मकराना न्यूज़: राजस्थान में अवैध ब्लड तस्करी का एक बड़ा खुलासा हुआ है, जिसमें भाजपा नेताओं के रिश्तेदार और पत्रकार का नाम भी सामने आया है।
इस मामले में मकराना ब्लड बैंक के ट्रस्टी को हिरासत में लिया गया है, जबकि अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। इसके अलावा मकराना थाने के बाहर स्थानीय नागरिकों द्वारा मानव रक्त के तस्करों के खिलाफ धरना प्रदर्शन भी किया जा रहा है।
मकराना न्यूज़: हनुमान बेनीवाल- अवैध खून के कारोबारियों को सरकार के मंत्रियों का समर्थन
कैसे हुआ खुलासा?
27 जनवरी की रात को पुलिस कंट्रोल रूम पर सूचना मिली थी कि अवैध रूप से खून की तस्करी की जा रही है। जिस पर जयपुर पुलिस ने जोबनेर थाना क्षेत्र में नाकाबंदी लगाई। इस दौरान एक क्रेटा कार को रोका। कार की तलाशी लेने पर उसमें तीन बड़े गत्तों में 255 ब्लड बैग मिले, जो बिना किसी सेफ्टी और टैग के रखे गए थे।
कार में सवार तीनों युवक मोहम्मद जाबीर (35), मोहम्मद आमीन (26) और श्रवण सिंह (28) इन बैग्स के बारे में कोई वैध दस्तावेज नहीं दिखा सके। जब पुलिस ने कड़ी पूछताछ की तो इस अवैध ब्लड तस्करी नेटवर्क का पर्दाफाश हो गया।
ब्लड तस्करी में कौन-कौन शामिल?
इस पूरे अवैध धंधे में कई रसूखदार लोगों के नाम सामने आए हैं। जिनमें भाजपा नेता का रिश्तेदार सुरेंद्र माहेश्वरी, एक अखबार का पत्रकार प्रकाश प्रजापत, मकराना ब्लड बैंक का ट्रस्टी महावीर पारीक, मोहम्मद शाबिर, मोहम्मद आमीन, श्रवण सिंह, पांचूराम घियला और महादेवी ब्लड सेंटर सवाई माधोपुर का कर्मचारी देवेंद्र शामिल है। महावीर पारीक को पुलिस ने हिरासत में लिया है, जबकि अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
मकराना न्यूज़: मार्बल सिटी से अवैध ब्लड सप्लाई का कारोबार, पुलिस ने किया खुलासा
ब्लड डोनेशन कैंप से शुरू हुआ खेल
25 जनवरी को मकराना के रवि मार्बल परिसर में एक बड़ा ब्लड डोनेशन कैंप आयोजित किया गया था, जिसमें करीब 4,000 से ज्यादा लोगों ने रक्तदान किया। यह कैंप पूर्व विधायक रूपाराम के भाई प्रेमप्रकाश मुरावतिया की याद में आयोजित किया गया था। इसी कैंप के दौरान बिना टैग वाले 255 ब्लड बैग चोरी कर अलग से रख लिए गए, ताकि इनका कोई रिकॉर्ड न बन सके।
पुलिस जांच में पता चला कि इन खाली बैग्स को पहले से मकराना में मंगवा लिया गया था। 24 जनवरी को यह बैग बस से मकराना भेजे गए थे। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि यह बैग महादेवी ब्लड सेंटर, सवाई माधोपुर के कर्मचारी देवेंद्र ने भेजे थे। मकराना ब्लड बैंक और महादेवी ब्लड सेंटर के बीच ब्लड की अवैध खरीद-फरोख्त की डील पहले से तय थी।
कुचामन न्यूज़: शहर में स्पॉट बिलिंग के जरिए वसूला जा रहा अतिरिक्त शुल्क
डोनर्स से ज्यादा ब्लड निकाला गया, लोगों की जान से खिलवाड़
ब्लड डोनेशन कैंप में हर डोनर से 450 एमएल के बजाय 600 एमएल तक खून निकाला गया, जो सामान्य मात्रा से 150 एमएल ज्यादा था। इससे 255 डोनर्स से कुल 340 यूनिट ब्लड इकट्ठा कर लिया गया। इस अतिरिक्त ब्लड को 85 और बैग में भरकर अलग से बेचने की योजना थी।
जयपुर में होनी थी सप्लाई, इससे पहले पकड़े गए
अवैध रूप से जमा किए गए यह 255 ब्लड बैग 27 जनवरी को जयपुर भेजे जा रहे थे। योजना के अनुसार इन बैग्स को जयपुर के 200 फीट बाइपास पर महादेवी ब्लड सेंटर, सवाई माधोपुर के कर्मचारी देवेंद्र को सौंपा जाना था। लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने इन्हें पकड़ लिया।
कुचामन न्यूज़: विशेष अभियान में पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 28 अपराधी दबोचे
डील की कीमत और रूपयों का बंटवारा
अवैध ब्लड तस्करी के इस सौदे में 340 यूनिट ब्लड की 1300 रुपये प्रति यूनिट की दर से कुल 4.42 लाख रुपये की डील हुई थी। यह पैसा इस तरह बांटा जाना था:
- महावीर पारीक (मकराना ब्लड बैंक का ट्रस्टी) – ₹1,32,600 (30%)
- मोहम्मद शाबिर (ब्लड दलाल) – ₹88,400 (20%)
- प्रकाश प्रजापत (पत्रकार) – ₹88,400 (20%)
- सुरेंद्र माहेश्वरी (भाजपा नेता का रिश्तेदार) – ₹88,400 (20%)
- पांचूराम घियला (दलाल) – ₹44,200 (10%)
पुलिस की सख्त कार्रवाई और आगे की जांच
पुलिस अब इस ब्लड तस्करी गिरोह के पूरे नेटवर्क को खत्म करने के लिए बड़ी कार्रवाई की तैयारी कर रही है, जो जयपुर, सवाई माधोपुर, मकराना और अन्य शहरों तक फैला हुआ हो सकता है। मकराना ब्लड बैंक के ट्रस्टी महावीर पारीक को हिरासत में लिया गया है, जबकि बाकी आरोपियों की तलाश जारी है।
कुचामन न्यूज़: डीडवाना-कुचामन पुलिस ने साइबर शील्ड अभियान में 21 लाख के मोबाइल बरामद किए