छत्तीसगढ़ पुलिस ने 2 नमक व्यापारी एवं 1 ट्रांसपोर्टर को किया गिरफ़्तार
Nawa News: नावांशहर: नावां के नमक व्यापरियों की ओर से पोटाश के कट्टों में नमक भेजने के मामले में छत्तीसगढ़ की पुलिस ने नावां से 4 जनों को गिरफ्तार किया है। खास बात यह है की ट्रांसपोर्टर पोटाश के खाली बेग नमक व्यापारी को देता था, जिसमें व्यापारी नमक में कलर मिलकर इसमें पेक करके भेज देते। अब पुलिस ने पूरे मामले का भंडाफोड़ कर दिया है।
पोटाश के कट्टों में नमक भेजकर फर्जीवाड़े का बड़ा खेला लंबे समय से चल रहा था। नमक व्यापारी नमक को रंगीन बनाकर पोटाश के नाम से पेक करके बाजारों में भेज रहे है। इससे एक तरफ जहां सरकार को बड़ा नुकसान हो रहा है वहीं दूसरी ओर आम लोगों और किसानों के साथ भी धोखाधड़ी हो रही है।
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नावां में नमक व्यापारियों की ओर से पोटाश की जगह नमक भरने का फर्जीवाडा़ करने का मामला सामने आने के बाद छतीसगढ पुलिस ने नावाँ के नमक व्यापारी विनोद जैन, विनय जैन, ट्रांसपोर्टर दौलतसिंह व एन अन्य को गिरफ्तार कर लिया है। जिन्हें नावां के न्यायालय मे पेश करने के बाद पुलिस रिमांड पर इन्हें छत्तीसगढ़ ले गई है।
शिकायत के बाद नावांशहर के अनेक नमक प्लाटों पर यह नकली पोटाश बनाने का काम अब एक बार थम गया है।
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पुलिस ने समाचार लिखे जाने तक पकड़े गए व्यापारियों के नाम का खुलासा नहीं किया है। उनका कहना है अभी ओर नमक व्यापारियों से पुछताछ चल रही है उसके बाद ही जानकारी दी जाएगी।
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किसानों के खेतों में काम आता है पोटाश
नमक व्यापारी पोटाश के कटे में नमक का कलर बदलकर भर देते है। जो कि किसानो को एक हजार रूपये प्रति कट्टे से बेचा जाता है। पोटाश में धुलनशील पोटेशियम होता है जो इस कृषि उर्वरक के लिए एक बेहतरीन अतिरिक्त बनाता है। यह समग्र स्वास्थय,जड़ की ताकत,रोग प्रतिरोधक क्षमता और उपज दरो में सुधार करके पोधे में उचित परिपक्वता सुनिश्चित करता है।
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