Kuchaman News: कुचामनसिटी. दिगम्बर जैन नागौरी नशिया जी सब्जी मंडी में दशलक्षण महापर्व पर्युषण के चौथे दिन उत्तम शौच धर्म का पालन किया गया। इस अवसर पर पुष्पदन्त भगवान का मोक्ष कल्याणक मनाया गया और निर्वाण लड्डू चढ़ाया गया।
उत्तम शौच धर्म का मतलब है कि हमें लालच और लोभ से दूर रहना चाहिए। यह हमें सिखाता है कि आत्मा को शांत और पवित्र कैसे बनाएं। संतोष और लोभ के बीच का संबंध समझते हुए, हमें प्राप्त धन में संतुष्ट रहना चाहिए ताकि लोभ नामक रोग से निजात मिल सके।
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संतोष ही सबसे अच्छा इलाज है। अपनी शक्ति अनुसार इच्छाओं को नियंत्रित कर और संतोष बनाए रखकर हम जीवन में सुखी रह सकते हैं।
आज के इस पवित्र दिन पर, शांतिधारा के पुण्य की प्राप्ति श्री ओम प्रकाश, सुनील, अशोक कुमार, राहुल, शुभम, मनन, गीतांश, अर्णव झांझरी और पालडी वालों को हुई। किरण झांझारी ने बताया कि आज की महाआरती और पुरस्कार वितरण के दौरान पुण्य अर्जित किया गया।