2007 से 2024 तक 481 वर वधुओं का समिति ने करवाया विवाह
Nawa News: नावांशहर. रामनवमी के अवसर पर बुधवार को कुमावत समाज के सामूहिक विवाह सम्मेलन में 17 युवक युवतियां अपने जीवन के हमराह बने।
कुमावत समाज सुधार सेवा समिति के अध्यक्ष तुलसीराम राजस्थानी ने बताया कि शहर के राधा कृष्ण मंदिर में बुधवार को सोलहवें सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन किया गया।
इस मौके पर अंजनी माता मंदिर से समस्त दूल्हें घोडिय़ों पर सवार होकर अंजनी माता के मंदिर से बैण्ड बाजे के साथ रवाना होकर जोगियों के आसन स्थित राधा कृष्ण मंदिर परिसर पहुंचे। जहां शुभ लग्रानुसार तोरण की रस्म अदा की गई।
Nawa News: मंदिर परिसर में ही वरमाला का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसके बाद सवा बारह बजे पाणिग्रहण संस्कार किया गया। अपराह्न तीन बजे आशीर्वाद समारोह का आयोजन हुआ। जिसमें वर वधुओं के माता पिता व परिजन सुखद जीवन का आशीर्वाद देकर बालिकाओं को नवदांपत्य जीवन की शुभकामनाएं दी।
पूर्व अध्यक्ष बाबूलाल दुबलदिया ने बताया कि समाज की ओर से विवाह सम्मेलन एक त्यौहार की तरह मनाया जाता है। कार्यक्रम में खारिया सरपंच देवीलाल दादरवाल, समाजसेवी सुंदरलाल कुसमीवाल, मुख्य अतिथि व जिला परिषद सदस्य बाबूलाल पलाड़ा व समाजसेवी अशोक राजोरिया की अध्यक्षता में सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित हुआ। इस अवसर पर कुमावत समाज के सैकड़ों वरिष्ठ नागरिक, समाजसेवी, भामाशाह मौजूद रहे।
कुमावत समाज में एकजुटता
नावां सहित पूरे जिले में कुमावत समाज ने अपनी पहचान बना रखी है। कुमावत समाज की ओर से पिछले अठारह वर्षो से ऐतिहासिक विवाह सम्मेलन का निरन्तर आयोजन किया जा रहा है।
समाज के प्रत्येक नागरिक के सहयोग से ही विवाह सम्मेलन को सम्पन्न किया जाता है। वर्ष में हर माह की अमावस्या को समाज की बैठक आयोजित की जाती है। जिससे समाज का प्रत्येक नागरिक अपने विचार समाज के समक्ष रख सकता है तथा इससे समाज के लोगों के बीच स्नेह व समन्वय बना रहता है।
अब तक 481 जोड़ों का हुआ विवाह
कुमावत समाज की ओर से वर्ष 2007 से लगातार हर वर्ष सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। समाज की ओर से 2007 से 2023 तक 464 वर वधु को परिणय सूत्र में बांधकर हमराह बनाया गया है।