दसलक्षण पर्व के तहत विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन
विमल पारीक @ कुचामनसिटी। दिगम्बर जैन समाज की ओर से मनाएं जा रहे महापर्व पर्युषण पर्व दस लक्षण पर्व के तीसरे दिन गुरुवार को भी विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए गए।
जानकारी के अनुसार तीसरे दिन उत्तम आर्जव धर्म की पूजा की गई और भगवान श्री महावीर मंदिर एवं श्री दिगम्बर जैन नागौरी नशिया में भगवान के पंचामृत अभिषेक किया गया। इसमें बताया गया कि मन की बात सुनना और मन, वचन, कार्य से एक हो जाना आर्जव धर्म है।
शहर के श्री दिगंबर जैन नागौरी नशियां मंदिर में चल रहे पर्यूषण पर्व के तीसरे दिन आर्जव धर्म की पूजा में समोशरण का पाठ करते हुए चारों दिशाओं की पूजा की गई। समाजसेवी किरण जैन ने बताया कि णमोकार महामंत्र के पाठ के बाद महिलाओ द्वारा भगवान श्री के सम्मुख नृत्य किया गया।
मनुष्य को कभी भी अभिमान नहीं करना चाहिए, अभिमानी मनुष्य का कोई साथी नही होता है, अभिमान के कारण वह अपने परिवार समाज वह दोस्तो से दूर हो जाता है। मान अर्थात घमण्ड चाहे सौन्दर्य का हो, चाहे धन-दौलत ओर प्रतिष्ठा का यह ‘निश्चय से पतन का कारण है। क्योंकि ऊपर देख कर चलने वाला हमेशा ठोकर खाता है। उत्तम आर्जव धर्म श्री दिगंबर जैन नागौरी नशियां जी में पुण्यार्जक शांतिधारा ओमप्रकाश सुनील कुमार अशोक कुमार झांझरी पालड़ी वाले ने किया।
विधान पूजन सामग्री श्रीमती कंचन देवी बज मंडावरा वाले, भागचंद काला लालास वाले ,श्रीमती चूंकी देवी, मुकेश कुमार नैतिक कुमार गंगवाल पांचवा वाले, महेंद्र कुमार, शुभम कुमार काला ने किया। महाआरती ओमप्रकाश सुनील कुमार अशोक कुमार झांझरी पालड़ी वाले ने की।