किसान खरीफ सीजन की खेती-किसानी की तैयारी में लग गए हैं मेड़बंदी तारबंदी व खेत की सफाई करते दिखाई दे रहे हैं
विमल पारीक. कुचामनसिटी। अप्रैल महीना खत्म होने को है। ऐसे में ग्रामीण क्षेत्र में किसान खरीफ फसल की खेती किसानी की तैयारी में जुट गई है। किसान अलसुबह खेतों में पहुंचकर खेतों की सफाई कर रहे हैं। खेतों में जुताई से पहले खरपतवार को एक तरफ करके जलाया जा रहा है। कहीं खेत में देसी खाद डाला जा रहा है। मई माह के अंतिम सप्ताह में जून माह के प्रथम सप्ताह में मौसम में परिवर्तन आना शुरू हो जाता है। सीजन की बारिश होती है जिसको लेकर बारिश का फायदा उठाने के लिए अप्रैल माह के अंतिम सप्ताह से ग्रामीण क्षेत्र के किसान खेती किसानी की तैयारी में जुट गए हैं। गोपालपुरा गांव का किसान परसाराम जाट ने बताया कि इन दीनों ग्रामीण क्षेत्र के किसान अल सुबह खेतों में जाकर मेड़बंदी का निर्माण कर रहे हैं। मेड व खेतों की खरपतवार निकालकर जला रहे ताकि खेतों की सफाई हो सके खेत की उर्वरा शक्ति को बढ़ाने के लिए खेत में बारिश से पहले देसी खाद का देना जरूरी होता है। उसके बाद खेत की जुताई की जाती है। इससे समय आने पर फसल अच्छी हो सके उन्होंने बताया कि खरीफ सीजन पर जिले के सभी किसान बाजरा, ग्वार, मूंग, मोठ,तिल, मक्का, मूंगफली आदि की फसल लेते हैं। इसलिए किसान पहले से ही तैयारी कर दी है। किसान प्री मानसून की बारिश में ही बोनी करते हैं। इसलिए पहले से खेतों की गहरी जुताई करके खेत की तैयारी करके रखते हैं ताकि बारिश आने पर बारिश का लाभ ले सके।