
कुचामन न्यूज: शहरी जल योजना के तहत कार्यरत विभागीय तकनीकी कर्मचारी जगदीश सिंह (तकनीशियन) के साथ गाली-गलौच और मारपीट की घटना सामने आई है।

इस मामले में प्रदेश के जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी तकनीकी मंत्री बलबीर शेखावत ने अधिशासी अभियंता को शिकायत सौंपी।


उन्होंने बताया कि यह घटना 14 मार्च की रात 8:00 बजे की है। जब कर्मचारी जगदीश हाथी टीब्बा जीएलआर से पेयजल सप्लाई बंद कर शहर के अन्य क्षेत्रों में जलापूर्ति की व्यवस्था के लिए जा रहे थे।
इसी दौरान चैजारों का मोहल्ला निवासी शेर सिंह एवं विजेंद्र सिंह पुत्र धन सिंह ने उन्हें रोक लिया और अपने मोहल्ले में तुरंत जल आपूर्ति शुरू करने का दबाव बनाने लगे।
तकनीकी कर्मचारी ने उन्हें समझाया कि उनके मोहल्ले में एक दिन पहले यानी 13 मार्च को जल आपूर्ति हो चुकी है और अब अगली सप्लाई 15 मार्च को की जाएगी। लेकिन इस पर दोनों व्यक्तियों ने जबरदस्ती उसी वक्त वाल्व खोलने का दबाव बनाया। जब कर्मचारी ने ऐसा करने से इनकार किया, तो आरोपियों ने गाली-गलौच शुरू कर दी और फिर मारपीट पर उतर आए।
दोनों व्यक्ति शराब के नशे में थे। इस दौरान, तकनीकी कर्मचारी को बचाने के लिए आस-पास के लोगों को आना पड़ा और बड़ी मुश्किल से उन्हें वहां से छुड़ाया गया।
इस घटना के बाद जलदाय विभाग के कर्मचारियों में भय का माहौल बन गया है। कर्मचारी अब फील्ड में जाकर वाल्व ऑपरेट करने से डरने लगे हैं। इस भय के कारण जलापूर्ति व्यवस्था भी प्रभावित हो सकती है, जिससे आमजन को पानी की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
विभागीय कर्मचारियों ने प्रशासन से मांग की है कि दोषियों के खिलाफ सख्त पुलिस कार्रवाई की जाए, ताकि आगे इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन ने जल्द से जल्द उचित कदम नहीं उठाए, तो वे मजबूरन जलापूर्ति कार्य बंद करने का निर्णय ले सकते हैं।
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