Kuchaman News: कुचामनसिटी. महंगाई के इस दौर में सामूहिक विवाह सम्मेलन समाज की जरूरत बन गए है जिनके जरिए ना सिर्फ फिजूलखर्ची रुकती है बल्कि कमजोर आर्थिक स्थिति वाले मां – बाप के अपनी संतान की शादी करने के ख्वाब भी पूरे होते हैं , ये कहना था मकराना विधानसभा क्षेत्र से विधायक जाकिर हुसैन गैसावत का, जो की रविवार को कुचामन सिटी में आयोजित हुए मुस्लिम सैयद चूड़ीगर समाज के चौथे सामूहिक विवाह सम्मेलन में पहुंचे थे।
आयोजन समिति के शफीक अली ने बताया की कुचामन सिटी के नर्बदा गार्डन में आयोजित सैयद चूड़ीदार समाज के चौथे सामूहिक विवाह सम्मेलन में कुचामन सहित प्रदेश भर के विभिन्न जिलों से आए 20 जोड़े निकाह कर हमराह बने और इस आयोजन में 5000 से ज्यादा लोगों ने अपनी उपस्थिति दी।
नव वर- वधू के दाम्पत्य जीवन में प्रवेश करते ही किस्मत खुली
इस विवाह सम्मेलन की एक और खास बात यह भी रही की आयोजन के दौरान लकी ड्रा निकाला गया और हमराह बने दूल्हा दुल्हन में से एक जोड़े का नाम समाज के मोजिज लोगों ने निकाला। जोधपुर के सद्दाम और कुचामन की मेहरुन्निसा ने सामूहिक विवाह सम्मेलन में निकाह किया था और दोनो का नाम लकी ड्रा में निकला। नव दाम्पत्य जीवन में प्रवेश करते ही समाज की और से बड़ा तोहफा मिल गया और उमराह यात्रा के लिए सऊदी अरब के मक्का मदीना भेजा जाएगा, जिसका पूरा खर्च सामूहिक विवाह सम्मेलन समिति वहन करेगी। इस दौरान कार्यक्रम में सहयोग करने वाले लोगों का आयोजन समिति की और से अभिनंदन किया गया। सम्मेलन में विवाह करने वाले वर वधुओ और उनके परिजनों ने भी सामूहिक विवाह सम्मेलन को आज के समय के लिए आवश्यक बताया और आयोजन समिति का आभार जताया और उन्होंने उम्मीद जताई की इस तरह के आयोजन समाज प्रतिनिधियों द्वारा आगे भी करवाए जाते रहेंगे।
मुस्लिम समाज में भी सामूहिक विवाह सम्मेलन के प्रति आ रही जागरूकता
सामूहिक विवाह सम्मेलन में दूल्हा दुल्हन को आशीर्वाद देने के लिए पहुंचे पूर्व उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी ने कहा कि अब मुस्लिम समाज में भी सामूहिक विवाह सम्मेलन के प्रति जागरूकता आई है और अब मुस्लिम समुदाय में भी सामूहिक विवाह सम्मेलन के आयोजन हो रहे हैं। इस अवसर पर कुचामन नगर परिषद सभापति आसिफ खान, उपसभापति हेमराज चावला, कुचामन विकास समिति के अध्यक्ष ओम प्रकाश काबरा, कुमावत विकास समिति के अध्यक्ष राजकुमार फौजी, मुस्लिम एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष मोहम्मद शकील, मदरसा इस्लामिया सोसायटी के अब्बास खान, जावेद कलाल, सद्दाम रंगरेज, इलाही समाज सचिव मईनुद्दीन शेख, हुसैन लीलगर, भंवर अली खान, शेर खान, हाजी, मोहम्मद भाई मकराना, शब्बीर अली सहित कई जनप्रतिनिधि और सामाजिक संस्थाओं से जुड़े पदाधिकारी भी मौजूद रहे।