कुचामन सिटी. के बूड़सू रोड स्थित ईशान IVF टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर एवं मारवाड़ जनाना हॉस्पिटल में शुक्रवार को विश्व टेस्ट ट्यूब बेबी दिवस पर आयोजन किया गया।

दुनिया का पहला टेस्ट ट्यूब बेबी और भारत की ऐतिहासिक उपलब्धि
निदेशक एवं IVF स्पेशलिस्ट डॉ. ओ पी बिशु ने बताया कि आज ही के दिन 25 जुलाई 1978 को यूरोप में लूइस ब्राउन जो विश्व का पहला IVF बेबी है, का जन्म हुआ था। टेस्ट ट्यूब बेबी के जनक रॉबर्ट एडवर्ड को इस उपलब्धि के लिए 2010 में नोबल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। भारत में पहला IVF बेबी तथा विश्व का दूसरा IVF बेबी कनुप्रिया अग्रवाल (उर्फ दुर्गा) का जन्म कलकत्ता में महज 2 महीने बाद 3 अक्टूबर 1978 को डॉक्टर मुखोपाध्याय के नेतृत्व में हुआ।


ईशान IVF की शानदार उपलब्धियां
इस मौके पर डॉ. ओ पी बिशु ने बताया कि IVF भारत सरकार एवं राजस्थान सरकार से रजिस्टर्ड संस्थान है और यहाँ पर पिछले एक साल से नियमित रूप से टेस्ट ट्यूब बेबी का इलाज शानदार सफलता व परिणाम के साथ किया जा रहा है। पिछले एक साल में 100 से ज्यादा सफल इलाज किए गए जिनमें 13 गर्भवती महिलाओं का सकुशल प्रसव भी यहीं पर करवाया गया।
सम्मान समारोह में बंधीं खुशियों की मालाएं
ईशान IVF टीम द्वारा IVF से जन्मे बच्चों के माता-पिता को शॉल व माला पहनाकर बधाई दी। ईशान IVF एवं हॉस्पिटल की व्यवस्था से बेहद संतुष्ट परिजनों ने डॉ. ओ पी बिशु और पूरी ईशान IVF टीम का धन्यवाद किया।
परिजन सुशीला मीणा ने बताया कि ईशान IVF की कुशल एवं अनुभवी टीम एक बेहतरीन विश्व स्तरीय व्यवस्था के साथ बहुत ही समर्पण से काम कर रही है और इसी के बदौलत इतने अच्छे परिणाम दे रही है।

समाजसेवियों और विशेषज्ञों की शुभकामनाएं
कुचामन प्राइवेट स्कूल एवं डिफेंस के अध्यक्ष गोविंदराम शेषमा ने इस मौके पर पूरी हॉस्पिटल टीम को बधाई व शुभकामनाएं दी और डॉ. कमलेश ने IVF प्रोसेस / प्रक्रिया एवं समय के साथ-साथ तकनीक एवं नयी मशीनों से परिणाम में कैसे सुधार हुआ आदि विस्तार से बताया।
विशेष अतिथियों की उपस्थिति
इस मौके पर ग्लोबल हॉस्पिटल के निदेशक सुल्तान थालोड़, डॉक्टर टीआर भांबू, एम्ब्र्योलॉजिस्ट सुमेर सिंह तंवर, डॉक्टर प्रदीप चौधरी, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर जीतेन्द्र गावड़िया, मातृशक्ति एवं उनके परिजन एवं समस्त हॉस्पिटल स्टाफ ने डॉ. ओ पी बिशु एवं ईशान IVF टीम की शानदार सफलता के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी।