राजस्थान के गैंगस्टर आनंदपाल सिंह के ऊपर बनी फिल्म इन दिनों चर्चा में है। इस फिल्म का नाम ‘टाइगर ऑफ राजस्थान’ रखा गया है। कहा जा रहा है कि यह मूवी आनंदपाल सिंह के जीवन पर आधारित है।

फिल्म के डायरेक्टर अरविंद कुमार वाघेला का कहना है कि यह एक ऐसे व्यक्ति की कहानी है, जो कुछ और बनना चाहता है लेकिन सिस्टम की वजह से कुछ और बन जाता है। जो व्यक्ति खराब परिस्थितियों में भी अपना वजूद बनाए रखता है उसे ही टाइगर कहा जाता है।


डायरेक्टर का कहना है कि उन्होंने 8 महीने पहले ही सिनेमावालों से एग्रीमेंट कर लिया था। अब उन्हें धमकियां मिल रही हैं कि अगर यह फिल्म पर्दे पर आई, तो तोड़फोड़ की जाएगी।
डायरेक्टर ने बताया कि पहले उनके एक पार्टनर भी थे। जो मिलकर इस फिल्म में पैसे इन्वेस्ट कर रहे थे, लेकिन उन्हें इतनी धमकियां दी गईं कि उन्होंने फिल्म से खुद को अलग कर लिया।

फिल्म की शूटिंग के लिए 120 लोगों की यूनिट थी और एक रिज़ॉर्ट बुक करवाया गया, ताकि काम अच्छे से हो सके।
आनंदपाल सिंह की बेटी, मां और भाई से बातचीत की गई। भाई ने कहा कि भाईसाहब की इमेज खराब न हो इसका ध्यान रखना।
जब डायरेक्टर ने आनंदपाल की मां को स्क्रिप्ट सुनाई तो उन्होंने नम आंखों से कहा कि “आप मेरे बेटे को भगवान की तरह दिखा रहे हो।”
डायरेक्टर का कहना है कि फिल्म बनाने के लिए उन्हें अपनी संपत्तियां बेचनी पड़ीं। हालात ऐसे हो गए कि भाइयों ने भी मदद की, एक भाई ने तो अपना फ्लैट कम दाम में बेच दिया ताकि उधार के रुपयों का ब्याज चुका सकें।
डायरेक्टर ने यह भी कहा कि इससे पहले रंगबाज नाम की एक सीरीज में आनंदपाल के किरदार को दिखाया गया था, लेकिन उस सीरीज ने उस किरदार को खत्म कर दिया।
उनका कहना है कि सिर्फ दादागिरी और गुंडागर्दी ही सच नहीं होती। जिंदगी में कुछ रिश्ते और हालात ऐसे भी होते हैं, जो इंसान को अलग रास्ता चुनने पर मजबूर कर देते हैं।
यह फिल्म 20 जून को यानी कल रिलीज होने जा रही है।
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