कुचामन सिटी. कोरो इण्डिया व सम्पर्क संस्थान कुचामन के संयुक्त तत्वाधान में ग्रासरूट नेतृत्व संस्था विकास कार्यक्रम के अंतर्गत ग्राम पंचायत इंदोखा के आईटी सेंटर में जन संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम का उद्देश्य भारत के संविधान की जानकारी देकर अपने अधिकार और कर्तव्यों के प्रति जागरूक करना व घरेलू हिंसा पर महिलाओं के कानूनी अधिकारों की जानकारी देकर संरक्षण के लिए प्रेरित करना रहा।


कार्यक्रम में उपस्थित संभागियों को संबोधित करते हुए उपखण्ड अधिकारी नावां जीतू कुलहरी ने कहा कि महिलाओं का सम्मान करें। महिलाएँ बहुत सक्षम हैं, वे घर-बाहर का सारा काम संभालकर अपने परिवार का पालन-पोषण करती हैं। महिलाएँ घरेलू हिंसा या अत्याचार को बर्दाश्त नहीं करें व अपने अधिकारों का प्रयोग कर अपनी रक्षा करें। इस सम्बन्ध में संपर्क संस्थान के प्रयास सराहनीय बताए।
संपर्क संस्थान की सचिव सुशीला चौहान ने कार्यक्रम का प्रयोजन स्पष्ट करते हुए कहा कि महिलाएँ घरेलू हिंसा व अत्याचार की जानकारी महिला सुरक्षा एवं सलाह केंद्र, प्रथम श्रेणी मजिस्ट्रेट, पुलिस थाना या सम्पर्क संस्थान को जानकारी देकर सहायता व संरक्षण प्राप्त करें।

सेवानिवृत्त साक्षरता समन्वयक चम्पालाल कुमावत ने सन्दर्भ व्यक्ति की हैसियत से भारत के संविधान के मूल अधिकारों व कर्तव्यों की जानकारी देते हुए इनको अमल में लाने व लिंगभेद मिटाने पर जोर दिया तथा घरेलू हिंसा के प्रकार यथा- शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक, आर्थिक व यौनिक को स्पष्ट किया।
महिला सुरक्षा एवं सलाह केंद्र, कुचामन की विधि परामर्शदाता मोनिका चौधरी ने महिलाओं की घरेलू हिंसा से रक्षा अधिनियम के प्रावधानों की विस्तार से जानकारी दी।
सक्रिय समूह में उल्लेखनीय कार्य करने वाली 10 महिलाओं को उपहार देकर सम्मानित किया गया तथा अतिथियों को संविधान की उद्देशिका की फोटो-फ्रेम भेंट की गई।
इस अवसर पर नायब तहसीलदार नावां राजेन्द्र कुमार नेहरा, प्रगति प्रसार अधिकारी मुकेश कुमार, ग्राम विकास अधिकारी कमल मेघवाल, कोरो इण्डिया की फेलो नीमेश कँवर, रमा देवी सहित ग्रामवासी महिला-पुरुष उपस्थित रहे।