मकराना न्यूज: रवीन्द्रनाथ टैगोर (RNT) मेडिकल कॉलेज के पीजी हॉस्टल में मूल रूप से मकराना निवासी रेजिडेंट डॉक्टर रवि शर्मा की करंट लगने से हुई मौत के बाद कॉलेज परिसर में विरोध लगातार तेज हो रहा है।

गुरुवार को शुरू हुई 600 से अधिक रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल शुक्रवार को भी जारी रही। डॉक्टरों ने साफ कर दिया है कि जब तक मामले में जिम्मेदारी तय नहीं होती और कार्रवाई नहीं होती, वे कार्य बहिष्कार जारी रखेंगे।


डॉक्टरों ने शुक्रवार को कॉलेज परिसर में धरना, रैली, और सद्बुद्धि यज्ञ के माध्यम से प्रशासन के खिलाफ नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि हादसे को प्रशासन मामूली मान रहा है, जबकि यह लापरवाही का गंभीर परिणाम है।
मंत्री से मिले मृतक के परिजन और डॉक्टर संगठन
मृतक डॉक्टर के भाई डॉ. प्रशांत शर्मा, जो स्वयं रेजिडेंट डॉक्टर हैं, ने उदयपुर डॉक्टर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा से मुलाकात कर मामले में हस्तक्षेप की मांग की।

डॉक्टरों का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया गया था, लेकिन रिपोर्ट आने के बाद भी मौत की वजह स्पष्ट रूप से नहीं बताई गई। जबकि साथी डॉक्टरों और परिजनों का मानना है कि करंट लगने से मौत हुई, जिसे प्रशासन स्वीकार नहीं कर रहा।
हॉस्टल में करंट से गई जान: पूरा मामला
बुधवार देर रात करीब दो बजे डॉ. रवि शर्मा हॉस्टल के कॉरिडोर में वाटर कूलर से पानी भर रहे थे, तभी करंट की चपेट में आकर नीचे गिर पड़े। आसपास के रेजिडेंट्स ने तुरंत CPR देकर उन्हें एमबी हॉस्पिटल पहुंचाया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
मूल रूप से मकराना निवासी डॉ. रवि शर्मा हाल ही में खेरवाड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में नियुक्त हुए थे और कुछ दिन बाद कार्यभार ग्रहण करने वाले थे। वे चेतक सर्किल स्थित पीजी हॉस्टल में अपने चचेरे भाई डॉ. प्रशांत शर्मा के पास रुके हुए थे। हादसे के वक्त डॉ. प्रशांत नाइट ड्यूटी पर थे।
डॉ. रवि की पत्नी मकराना में ही रहती हैं। उनके दो बेटियां हैं – एक 4 साल की और दूसरी 6 साल की। उनका ननिहाल कुचामन सिटी में है।
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