कुचामन सिटी. राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर के निर्देशानुसार एवं तालुका विधिक सेवा समिति कुचामन सिटी के अध्यक्ष एवं अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश सुंदरलाल खारोल के आदेशानुसार तालुका विधिक सेवा समिति द्वारा गठित “जागृति इकाई” के अंतर्गत एक विशेष विधिक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।

कार्यक्रम में स्थान प्रबंधक, राजस्थान पथ परिवहन निगम, कुचामन एवं जागृति इकाई के सदस्य सुजल महर्षि ने आमजन को संबोधित करते हुए कहा कि “राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के माध्यम से अनेक जरूरतमंद लोगों को नि:शुल्क कानूनी सहायता प्रदान की जाती है।”


उन्होंने बताया कि महिलाएं, बच्चे, अनुसूचित जाति व जनजाति के सदस्य, आपदा या अपराध के शिकार, तस्करी पीड़ित, दिव्यांगजन, कारावास में बंद व्यक्ति और वे जिनकी वार्षिक आय ₹3 लाख से कम है – सभी निःशुल्क विधिक सहायता के पात्र हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि विधिक सेवा प्राधिकरण का उद्देश्य यह है कि हर जरूरतमंद व्यक्ति तक न्याय की पहुँच सुनिश्चित की जा सके और यह प्रक्रिया सहज व सुलभ हो।

अपने संबोधन में सुजल महर्षि ने पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि “वर्तमान में वर्षा ऋतु का समय है और हमें धरती को स्वर्ग बनाने के लिए अधिक से अधिक पौधारोपण करना चाहिए। वृक्ष हमें न केवल ऑक्सीजन प्रदान करते हैं, बल्कि जल संरक्षण, वायु शुद्धता और मानव अस्तित्व के लिए भी अत्यंत आवश्यक हैं।”
कार्यक्रम के अंत में आमजन को बाल विवाह निषेध, मानव तस्करी, निःशुल्क विधिक सेवाएं, कन्या भ्रूण हत्या, स्वच्छता अभियान जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर भी विस्तृत जानकारी प्रदान की गई।
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