कुचामन सिटी. राजकीय चिकित्सालय में डिप्टी डायरेक्टर के निरीक्षण के दौरान लोगों ने शिकायत की कि यहाँ कार्यरत कुछ डॉक्टर निजी अस्पताल भी चला रहे हैं। इस शिकायत को गंभीरता से लेते हुए डॉक्टरों को नोटिस जारी किया है।

दरअसल, राजस्थान में पड़ रही भीषण गर्मी के मद्देनज़र चिकित्सा सेवाओं को सशक्त बनाए रखने के उद्देश्य से जिला डीडवाना-कुचामन की चिकित्सा संस्थाओं का निरीक्षण किया गया।


यह निरीक्षण डीडवाना-कुचामन जिले के चिकित्सा प्रभारी एवं चिकित्सा विभाग के डिप्टी डायरेक्टर रामबाबू जायसवाल के नेतृत्व में 6 मई से 10 मई 2025 तक किया गया।
इसी क्रम में राजकीय जिला चिकित्सालय कुचामन सिटी का भी निरीक्षण किया गया, जहां नागरिकों द्वारा मौखिक रूप से यह शिकायत दर्ज करवाई गई कि वहां कार्यरत कुछ चिकित्सक निजी स्तर पर अस्पतालों का संचालन कर रहे हैं। यह कार्य राजस्थान सेवा नियमों का उल्लंघन है, जिसमें स्पष्ट रूप से कहा गया है कि कोई भी राजकीय चिकित्सक निजी अस्पताल का संचालन नहीं कर सकता।
प्राप्त शिकायतों और निरीक्षण के दौरान मिली जानकारी के आधार पर निदेशालय ने चार चिकित्सकों के विरुद्ध प्रारंभिक जांच करते हुए उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
इनमें डॉ. चैनाराम चौधरी जो शिव अस्पताल का संचालन कर रहे हैं, डॉ. राजेन्द्र खिचड़ जो खिचड़ अस्पताल चला रहे हैं, डॉ. जगदीश महला जो मारवाड़ अस्पताल के संचालक हैं, और डॉ. शिवपाल मेंड जो निजी स्तर पर एक क्लिनिक चला रहे हैं।
इन सभी को नोटिस जारी कर 19 मई से 20 मई 2025 तक व्यक्तिगत रूप से निदेशक (जनस्वास्थ्य) के समक्ष प्रस्तुत होकर स्पष्टीकरण देने के लिए कहा गया है। निदेशालय द्वारा स्पष्ट किया गया है कि प्रतिदिन दो चिकित्सकों को प्रातः 11 बजे उपस्थित होकर सुनवाई में भाग लेना होगा।
इस पूरे मामले में अंतिम निर्णय चिकित्सकों द्वारा दिए जाने वाले स्पष्टीकरण के आधार पर लिया जाएगा।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने यह संकेत दिए हैं कि यदि नियमों का उल्लंघन प्रमाणित होता है तो संबंधित चिकित्सकों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
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