Saturday, November 23, 2024
HomeकुचामनसिटीKuchaman News: कुचामन शहर में विद्युत पोलों पर अवैध केबलों का जाल

Kuchaman News: कुचामन शहर में विद्युत पोलों पर अवैध केबलों का जाल

- विज्ञापन -image description

Kuchaman News: कुचामनसिटी. शहर में विद्युत पोलों पर बिजली के तारों के अलावा अन्य कंपनियों के फाइबर केबल्स तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। इन अवैध तारों की वजह से पोलों में करंट आने की समस्या उत्पन्न हो रही है, जिसके कारण कई हादसे भी हो चुके हैं।

- विज्ञापन -image description

विद्युत विभाग के अधिकारी रामचंद्र सोनी ने स्पष्ट किया है कि बिना अनुमति के किसी भी व्यक्ति या कंपनी को विद्युत पोलों पर कोई भी तार या सामग्री लगाने की अनुमति नहीं है। जो लोग ऐसा करते पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी और नोटिस भी दिया जाएगा।

- Advertisement -image description

यह भी पढ़ें—-Kuchaman News: क्रिकेट प्रतियोगिता में “अग्रसेन वॉरियर्स” की विजय

अवैध तारों का जाल

शहर में विद्युत विभाग का एक भी पोल ऐसा नहीं है, जिस पर अवैध केबल्स का जाल न हो। सरकारी भवनों के अंदर भी इन तारों की भरमार है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बिजली विभाग के अधिकारियों और केबल ऑपरेटरों के बीच सेटिंग है, जिसके कारण कार्रवाई नहीं की जा रही है।

जायजा लेने वाली टीम की रिपोर्ट

कुचामन की एक टीम ने हाल ही में शहर में लगे पोलों का निरीक्षण किया। अधिकांश पोलों पर एक साथ पांच-छह गुच्छे लटके हुए मिले, जिनमें बिजली के तारों के मुकाबले फाइबर नेट और केबल टीवी के तार अधिक थे। यह स्थिति लाइनमैन के लिए भी समस्याएं पैदा कर रही है।

यह भी पढ़ेंKuchaman News: डीडवाना में मारोठ पुलिस को बंधक बनाकर पीटा, चार लोग हिरासत में

नगर परिषद की स्ट्रीट लाइट्स का हाल

नगर परिषद द्वारा स्थापित स्ट्रीट लाइटों पर भी केबल ऑपरेटरों के तार बंधे हुए हैं, जो कि गैरकानूनी हैं। यह स्थिति चिंताजनक है, क्योंकि ये तार बिजली की सप्लाई से जुड़े हुए हैं। यदि इन केबल्स ने बिजली के तारों को छुआ, तो करंट आना संभव है, जो गंभीर हादसों का कारण बन सकता है।

इन अवैध तारों के खिलाफ कार्रवाई न करना अधिकारियों को संदेह के घेरे में खड़ा करता है। स्थानीय निवासियों ने इस समस्या के समाधान की मांग की है ताकि सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

- Advertisement -
image description
IT DEALS HUB
image description
RELATED ARTICLES
- Advertisment -image description

Most Popular

Recent Comments

error: Content is protected !!