जारी है बच्चों की जिंदगी से खिलवाड़, स्कूल वाहनों में नहीं हो रहा नियमों का पालन
विमल पारीक @ कुचामनसिटी। शहर के ज्यादातर क्षेत्रों में टेंपो चालक और जीप संचालक अपनी गाड़ियों में ओवरलोड सवारियां भरकर उनकी जान जोखिम में डालकर चला रहे हैं। इन ओवर लोड वाहनों पर न तो परिवहन विभाग के ओर से कोई कार्रवाई की जा रही है और न ही पुलिस प्रशासन इसकी ओर कोई ध्यान दिया जा रहा है।
टेम्पू चालक खुलेआम नियमों को उल्लंघन कर रहे हैं। मौजूदा समय में टेम्पू यातायात का प्रमुख साधन बन चुका है। काफी संख्या में इनका संचालन अलग-अलग जगहों के लिए हो रहा है।
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प्रत्येक रूट पर ओवरलोड टेंपो खुलेआम फर्राटा भर रहे हैं, लेकिन जिम्मेदार चुप हैं। वर्तमान में नगर व विभिन्न मार्गों पर प्रमुख तौर पर दो तरह के टेंपो संचालित हैं। वैसे थ्री व्हीलर चालक सहित 6 लोगों के बैठने की क्षमता होती है। बड़े टेंपो में चालक सहित आठ लोगों के बैठने की क्षमता होती है, 6 सीट की क्षमता वाले ऑटो में 10 से 12 यात्री तक बिठाए जा रहे हैं।
क्षमता से अधिक यात्रियों के बैठने से हाथ-पैर सहित शरीर के अन्य हिस्से टेंपो के बाहर ही रहते हैं। इसके चलते दूसरे वाहनों के बगल से गुजरते समय चोट लगने की आशंका बनी रहती है। यही नहीं टेंपो चालक अपनी सीट पर यात्री बैठाने के लालच में स्वयं ठीक से नहीं बैठते हैं।
शहर के स्टेशन रोड स्थित पुलिस थाने के सामने से एक टेंपो संचालक द्वारा 17 स्कूली बच्चों को लेकर जा रहा है ,जिसमे कुछ बच्चे पीछे की साइड में लटकते हुए जा रहे थे।
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