Kuchamadi.com की एक्सक्लूसिव ग्राउंड रिपोर्ट
हेमंत जोशी @ कुचामनसिटी। विधानसभा चुनाव में इस बार नागौर की सभी 10 सीटों में रोचक चुनावी मुकाबला हो रहा है। खास बात यह है की नागौर की राजनीति का केंद्र रहा मिर्धा परिवार भी इस बार चुनाव में सक्रिय है।
नागौर में तो मिर्धा परिवार की ही बेटी और चाचा आमने-सामने है। खींवसर और डेगाना सीट पर भी मिर्धा परिवार चुनाव लड़ रहा है। हनुमान बेनीवाल जिस मिर्धा परिवार को कोसते नजर आ रहे है, उसी मिर्धा परिवार के 4 सदस्य इस बार चुनाव लड़ रहे है।
इधर पूर्व मंत्री युनुस खान डीडवाना से और अजयसिंह किलक डेगाना से चुनावी रण में है। सांसद हनुमान बेनीवाल खींवसर और पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा नागौर से चुनाव लड़ रहे है।
नावां विधानसभा में पहले दिन 58 लोगों ने अपने घर से किया मतदान
विधानसभा सीटों पर एक नजर-
नागौर विधानसभा –
भाजपा– ज्योति मिर्धा
कांग्रेस – हरेंद्र मिर्धा
निर्दलीय – हबीबुर्रमान
नागौर – त्रिकोणीय संघर्ष है। ज्योति नागौर से कांग्रेस की सांसद रह चुकी है और हाल ही भाजपा में आई है। हरेंद्र मिर्धा कांग्रेस प्रत्याशी है। जो नागौर से विधायक रह चुके है। निर्दलीय हबीबुर्रहमान भी विधायक रह चुके है। हबीब ज्यादातर कांग्रेस के वोटो में सेंध लगा रहे है। ज्योति मिर्धा मजबूत स्थिति में चुनाव लड़ रही है।
खींवसर विधानसभा
आरएलपी – हनुमान बेनीवाल
भाजपा – रावतराम डांगा
कांग्रेस – तेजपाल मिर्धा
यहां सांसद हनुमान बेनीवाल अच्छी और मजबूत स्थिति में हैं। तेजपाल कुचेरा से नगरपालिका अध्यक्ष है। रावतराम डांगा भी यहां पर सीधे बेनीवाल को चुनौती दे रहे है।
मेड़ता विधानसभा
भाजपा – लक्ष्मण कलरू
आरएलपी – इंदिरा बावरी
कांग्रेस – शिवरतन वाल्मीकि
यहां इंदिरादेवी बावरी मजबूती से चुनाव लड़ रही है। यह वर्तमान में विधायक भी है। यहां भाजपा और rlp के बीच कड़ी और सीधी टक्कर हो रही है। कांग्रेस भी यहां पर कमजोर नहीं कही जा सकती है।
जायल विधानसभा
भाजपा – मंजू बाघमार
कांग्रेस – मंजू मेघवाल
आरएलपी – बी एल भाटी
यहां पूर्व में विधायक रही मंजू बाघमार और कांग्रेस से विधायक मंजू मेघवाल के बीच कड़ी टक्कर है। आरएलपी के बी एल भाटी कमजोर नहीं है। वह भी वोटों में सेंधमारी कर रहे है।
डेगाना विधानसभा
भाजपा – अजयसिंह किलक
कांग्रेस – विजयपाल मिर्धा
आरएलपी – लक्ष्मणसिंह मुवाल
यहां पूर्व भाजपा सरकार में मंत्री रहे अजयसिंह किलक और विधायक विजयपाल मिर्धा के बीच कड़ा मुकाबला है। Rlp प्रत्याशी मुवाल दोनो के ही वोटों में सेंधमारी कर रहा है। मुवाल पहले सरपंच रह चुके है।
परबतसर विधानसभा
भाजपा – मानसिंह किनसरिया
कांग्रेस – रामनिवास गावड़िया
आरएलपी – लच्छाराम बड़ारडा
यहां पूर्व विधायक मानसिंह की स्थिति मजबूत है। जाट वोटो का विभाजन से मानसिंह किनसरिया मजबूत जरूर हुए है लेकिन कांग्रेस भी यहां कमजोर नहीं है। बडारडा कांग्रेस के बागी होकर rlp की टिकिट लाए है। जिसका कांग्रेस को नुकसान हो सकता है। यहां तीनो के बीच टक्कर है।
मकराना विधानसभा
भाजपा -सुमिता भींचर
कांग्रेस – जाकिर हुसैन गैसावत
आरएलपी – अमराराम जाट
यहां जाट वोट बैंक में rlp की सेंधमारी के कारण जाकिर की स्थिति मजबूत हुई है। फिर भी भींचर और जाकिर में टक्कर है। आरएलपी के अमराराम भी यहां कमजोर नहीं है।
नावां विधानसभा
भाजपा – विजयसिंह चौधरी
कांग्रेस – महेंद्र चौधरी
आरएलपी – नवीन गोधा
यहां भाजपा के विजयसिंह की स्थिति मजबूत है। Rlp के नवीन गोधा कांग्रेस के बागी है। इसी प्रकार गोविंद मेघवाल और रवि मेघवाल भी एससी वोटों में सेंधमारी कर रहे है। हालांकि टक्कर केवल भाजपा और कांग्रेस के बीच है।
डीडवाना विधानसभा
भाजपा – जितेंद्र सिंह जोधा
कांग्रेस – चेतन डुडी
निर्दलीय – युनुस खान
यहां त्रिकोणीय मुकाबला है। युनुस खान पहले मंत्री रह चुके है। चेतन डुडी विधायक है। जाट और भाजपा के वोटो में ध्रुवीकरण है। ऐसे में युनुस खान मजबूती से चुनाव लड़ रहे है।
लाडनूं विधानसभा
भाजपा – करणीसिंह
कांग्रेस – मुकेश भाकर
Bsp – नियाज़ मोहम्मद खान