वंशावलियां देती हैं गौरवशाली इतिहास की जानकारी – अध्यक्ष वंशावली संरक्षण एवं संवर्धन अकादमी
विमल पारीक @ डीडवाना-कुचामन, 3 अक्टूबर। कुचामनसिटी के नगर परिषद सभागार भवन में आयोजित प्रेस-वार्ता में राज्यमंत्री एवं संवर्धन अकादमी अध्यक्ष रामसिंह राव ने कहा कि राजस्थान में पारंपरिक वंश लेखन ऑनलाइन किए जाएंगे। उन्होंने कहा की राज्य सरकार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में इसके लिए योजना बना रही है।
वंशावली संरक्षण और संवर्धन अकादमी अध्यक्ष रामसिंह राव मंगलवार को कुचामन दौरे पर थे यहां उन्होंने कहा कि वंशावली लेखन संवर्धन को लेकर किए जा रहे विभिन्न कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राजस्थान सरकार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में वंश लेखकों के हितों को ध्यान में रखते हुए योजनाएं बना रही है। इस दौरान उनके साथ पार्षद अयुब तेली पार्षद जवानाराम भी मौजूद रहे।
वंश लेखन परंपरा से जुड़ें युवा पीढ़ी
अकादमी अध्यक्ष रामसिंह राव ने कहा कि वंश लेखन परंपरा हमारी सभ्यता और संस्कृति का महत्वपूर्ण अंग है। वंश लेखकों के पास हमारी विरासत के महत्वपूर्ण भंडार है वंशावली लेखन की परंपरा भारत में ही है वंशावलियां हमें अपने गौरवशाली अतीत की जानकारी देती हैं। वंश लेखक किसी भी प्रलोभन से परे पूरी निष्ठा के साथ लेखन कार्य करते हैं। युवा पीढ़ी वंश लेखन परंपरा से भी जुड़ाव बनाए रखें।
वंशावली में जन्म-मृत्यु का लेखा
राव ने कहा कि समाज के हर व्यक्ति का जन्म से मृत्यु तक का संपूर्ण लेखा-जोखा रखने वाली वंशावली लेखन की अनोखी परंपरा को उचित संरक्षण और प्रोत्साहन की आवश्यकता है, बुजुर्गों के पास यह जो विद्या है, इस ज्ञान को संग्रहित करके युवाओं तक पहुंचा पाएं, ऐसा प्रयास किया जा रहा है।
ऑनलाइन होंगे वंश लेखन
अकादमी अध्यक्ष ने कहा कि वंशावली लेखन को डिजिटलाइजेशन से जोड़ने के लिए प्रयास जारी है। वंशावली लोगों की रोजी रोटी से जुड़ी हुई है, जिससे इसे ऑनलाइन करने में कुछ समस्याएं है। वंश लेखकों की जानकारी शीघ्र ऑनलाइन होगी। कोई भी व्यक्ति अपने वंश के लेखक संबंधी जानकारी ऑनलाइन देख सके, ऐसे प्रयास किए जा रहे हैं।