आखिर किस राजनीति के तहत बंद हुआ संचालन
अब शहर के बाजार बंद, विधायक के हस्तक्षेप से बस सेवा शुरु , शहर का सबसे बड़ा राजनीति इश्यू
पढ़ें पूरे घटनाक्रम की 360 डिग्री ग्राउण्ड रिपोर्ट
हेमन्त जोशी @ कुचामनसिटी। शहर में बसों का संचालन बंद हुए करीब एक साल बीत गया है। मामला गरमाया और विरोध शुरु हुआ तो कुचामन के लोक अदालत से लेकर उच्च न्यायालय तक पहुंचा। अब चुनाव की आचार संहिता लागू होने के कुछ समय पहले विधायक महेन्द्र चौधरी ने बसों का संचालन शहर के भीतर करने का आश्वासन दिया है।
यूं समझे पूरा घटनाक्रम
गत वर्ष सितम्बर 2022 में नए बस स्टैण्ड से बसों की आवाजाही शुरु करवाई गई थी। इसके बाद सभी मुख्य मार्गों पर बैरियर लगाकर बसों की आवाजाही को शहर के भीतर से बंद कर दिया गया। परिवहन निगम ने कुछ समय तक आदेश नहीं माने और बाद में परिवहन विभाग के आदेशों पर बसों का संचालन नए बस स्टैण्ड से शुरु कर दिया गया। जिसके पीछे मंशा थी कि पुराने बस स्टेण्ड को तोड़कर वहां कॉम्प्लैक्स का निर्माण कराया जाएगा। इसके लिए नगरपालिका की ओर से पुराने बस स्टेण्ड का नगरपरिषद के नाम पट्टा भी बनाया गया।
दुकानदारों ने ली न्यायालय की शरण
इस मामले में नगरपरिषद् की आरे से सख्त होने पर सबसे पहले निजी बस संचालकों की ओर से स्थानीय लोक अदालत के समक्ष प्रिलिटिगेशन दायर करवाई गई। इसके बाद दुकानदारों की ओर से ताल्लुका विधिक समिति मेड़ता में भी मामला पहुंचा। नगरपरिषद की ओर से इस प्रकरण में उच्च न्यायालय की शरण ली गई।
नगरपरिषद ने दिया सीवरेज कार्य का हवाला
न्यायालय में पेश किए गए जवाब में नगरपरिषद की ओर से बताया गया कि शहर के मुख्य मार्गों में सीवरेज निर्माण कार्य व पाइप लाइन डालने का कार्य किया जा रहा है। जिससे शहर की सड़कें क्षतिग्रस्त है और बसों का संचालन संभव नहीं है। सड़कें दुरुस्त होने के बाद बसों का संचालन शहर के भीतर से करने की जानकारी दी गई।
विधायक का कार्यक्रम और बाजार बंद
शहर के कनोई पार्क में 3 अक्टूबर की शाम को व्यापारियों की बैठक बुलाई गई और 4 अक्टूबर को 11 बजे तक बाजार बंद रखने का निर्णय लिया गया। इस निर्णय के पीछे मुख्य कारण रहा कि विधायक महेन्द्र चौधरी 4 अक्टूबर को कुचामन में ही विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे। बाजार बंद करवाने के बाद व्यापारियों का प्रतिनिधि मण्डल विधायक चौधरी से मिला तो चौधरी ने तत्काल ही अधिकारियों को बसों का संचालन शहर के भीतर से करने के आदेश दे दिए।
चुनाव के लिए लिया गया निर्णय
कुचामन शहर में बसों का संचालन बंद होने से शहर के व्यापारी समेत आमजन भी परेशान थे। ऐसे में चुनावों के दौरान इसका आक्रोश भी वर्तमान विधायक को झेलना पड़ता। ऐसे में चुनाव की आचार संहिता लागू होने से महज कुछ दिन पहले ही सुनियोजित तरीके से बसों का संचालन शहर के भीतर से शुरु किया गया है। जबकि मुख्य सड़क मार्ग का निर्माण पूरा हुए भी करीब एक माह का समय बीत चुका है।
पुराने बस स्टेण्ड नहीं, मुख्य मार्ग से जाएगी बसें
बसों का संचालन सुनिश्चित करने के लिए बकायदा एक कमेटी का गठन किया गया है। जिसमें सभापति आसिफ खान, उपसभापति हेमराज चावला, नगर अध्यक्ष सुतेन्द्र सारस्वत, ब्लॉक अध्यक्ष आबिद अली, उदयसिंह खारिया व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एवं आयुक्त नगरपरिषद को शामिल किया है। अब बसों की आवाजाही शहर के भीतर से हो सकेगी लेकिन पुराने बस स्टेण्ड पर बसों का प्रवेश नहीं होगा। कुल मिलाकर आमजन को भले ही राहत मिलेगी लेकिन व्यापारियों की मंशा भी पूरी नहीं हुई।
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चुनावी एजेंडा
शहरवासी इसे चुनावी एजेंडा मान रहे है। सूत्रों से यह भी जानकारी मिली कि यह पूरा घटनाक्रम ही राजनीति के तहत हुआ है। जिसमें पहले से सुनिश्चित था कि बाजार बंद करवा कर महेन्द्र चौधरी से भेंट करनी है और बसों की आवाजाही शुरु करवानी है। जबकि बस सेवा शहर में से शुरू करवाने के लिए लंबे समय से मांग चल रही थी।