Friday, November 1, 2024
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शाकंभरी मंदिर में जलाई मां की ज्योत, नवरात्र शुरू

घर -घर में हुई घट स्थापना, शक्ति पीठों में शुरू हुए धार्मिक अनुष्ठान

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हेमंत जोशी @ कुचामनसिटी। नवरात्र महोत्सव पर रविवार को शहर सहित ग्रामीण अंचल में श्रद्धालुओं ने अपने अपने घरों में घट स्थापना कर मां शक्ति का पूजन किया।

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शहर के शाकंभरी माता मन्दिर में शारदीय नवरात्र महोत्सव 15 अक्टूबर रविवार से शुरू हुए। स्थानीय स्वरुपली डुंगरी पर स्थित मां शाकंभरी मंदिर में शारदीय नवरात्र महोत्सव रविवार से प्रारम्भ हुए।

श्री मां शाकंभरी सेवा मंडल के तत्वाधान में भव्य शारदीय नवरात्र महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। रविवार मध्यान 12:15 बजे वैदिक मंत्र उच्चारण द्वारा घट स्थापना की गई। उसके पश्चात मातेश्वरी की दिव्य ज्योत प्रज्वलित की गई। ज्योत  जलाने के पश्चात मैया जी की महा आरती की गई।  इसके साथ ही मैया जी के चरणों में स स्वर दुर्गा सप्तशती के पाठ का भी उच्चारण व पठन किया गया है। इस अवसर पर मंदिर समिति के सुतेंद्र सारस्वत, दुर्गाराम चौधरी, घनश्याम अग्रवाल, सिकंदर खींची सहित अन्य सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद रहे। 

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नवरात्र में 9 दिन तक प्रतिदिन प्रात 8:15 बजे दिव्यजोत प्रज्वलित की जाएगी। उसके पश्चात प्रतिदिन मातेश्वरी के चरणों में दुर्गा सप्तशती के सस्वर पठन होगा। संध्याकालीन आरती का समय शाम 7:00 बजे होगा। सभी कार्यक्रम श्री गोपाल कृष्ण शास्त्री के सानिध्य में होंगे।

शहर कि दक्षिण दिशा में पहाड़ी पर स्थित श्री मां शाकंभरी मंदिर की आकर्षक विद्युत सज्जा की गई है। तथा प्रत्येक दिवस माता जी का दिव्य श्रृंगार किया जाता है। प्रतिवर्ष शारदीय एवं वसंतीय नवरात्र में शहर ही नहीं बल्कि ग्रामीण अंचल से भी हजारों की संख्या में भक्तगण मैया जी के दरबार में हाजिरी लगाने आते हैं। वह अपनी मन्नत मांगते हैं।

इस स्थान की सबसे बड़ी खास बात यह है कि 9 दिन तक प्रतिदिन उपवास करने वाले यात्रियों का विशेष ध्यान रखा जाता है और उपवास में प्रयुक्त होने वाला प्रसादी मातेश्वरी के चरणों में अर्पित किया जाता है तथा भक्तजनों को वितरण किया जाता है।

शारदीय नवरात्र में तो भक्तों का 9 दिन तक तांता लगा रहता है तथा कई ग्रामीण क्षेत्र से तो डी जे की धूमधाम से नर और नारी झूमते गाते माताजी के दरबार में अपनी हाजिरी लगाते हैं। 

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