खसरा संख्या, 81, 82, 83, 84 व अन्य खसरों की गौचर भूमि पर भी कब्जा करने का आरोप
विमल पारीक @ कुचामनसिटी। शहर की सबसे बड़ी आवासीय कॉलोनी कुचामन वैली पर भी गौचर भूमि दबाने का आरोप लग रहा है। इसमें सच्चाई कितनी है यह तो प्रशासनिक कार्रवाई के बाद पता चलेगा लेकिन परिषद के नेता प्रतिपक्ष अनिलसिंह मेड़तिया ने इसकी जांच की गुहार लगाते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी है और मुख्यमंत्री के नाम अतिरिक्त जिला कलक्टर को शिकायत भेजी है। ऐसे में अब एक बार फिर प्रशासन की मिलीभगत से सरकारी जमीन को दबाने में मदद करने का मामला सामने आ रहा है।
मेड़तिया ने बताया है कि शहर में स्टेशन रोड पर त्रिसिंगिया के पास स्थित सबसे बड़ी आवासीय कॉलोनी कुचामन वैली के प्रबंधकों ने खातेदारी भूमि की आड़ में गौचर भूमि पर भी कब्जा कर कॉलोनी काट दी है। इसमें प्रशासनिक अधिकारियों की भी मिलीभगत हैं। तभी तो पिछले 10 साल से इस कॉलोनी पर कोई कार्रवाई नहीं कि गई और ना ही गौचर भूमि को मुक्त कराया गया। ऐसे में अब त्रिसिंगिया गांव की गोचर भूमि खत्म हो गई है।
क्या है मामला
वर्ष 2013 में कुचामन वैली के नाम से आवासीय कॉलोनी विकसित करने की शुरुआत हुई थी। इस कॉलोनी की आड़ में खसरा संख्या 106, 107, 81, 82, 83, 84, 96 की सरकारी गौचर भूमियों पर भी कब्जा कर लिया गया। इन खसरों की गोचर भूमियों को कॉलोनी में ही शामिल कर लिया गया है। करीब साढ़े 4 सौ बीघा की कॉलोनी में ना तो नियमानुसार सार्वजनिक उपयोग के लिए भूमि छोड़ी गई। कुचामन वैली का मुख्य प्रवेश द्वार भी कब्जा करके बनाया गया है। दरअसल प्रशासन ने इस कॉलोनी के मालिकों के दबाव में आकर सरकारी भूमि का कब्जा छुड़ाने की जगह सरकारी राशि से सड़कें बनाई गई हैं। लाखों रुपये की लागत से कॉलोनाइजर को फायदा पहुंचाने के लिए सरकारी राशि का दुरुपयोग किया गया है। कॉलोनी में रहने वाले लोगों को भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित रखा गया है। कॉलोनी में ना तो पेयजल व्यवस्था है और ना ही कॉलोनी में नालियों की व्यवस्था है। जिससे कॉलोनी में रहने वाले लोग भी खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं।
हड़प लिए रुपये और नहीं दिए आवास
कुचामन वैली के संचालको ने ही अफोर्डेबल हाउसिंग योजना के तहत सस्ते बहुआवासीय बहुमंजिला इमारतों का निर्माण कराया था। जिसमें लाभान्वित होने वाले लोगों ने अपनी बैंक की किश्ते भी जमा करवा दी और योजना की अवधि भी पूरी हो चुकि है। इसके बावजूद लोगों को मकान उपलब्ध नही करवाये गए हैं। सरकार से भी अधिकांश राशि उठा ली है। इसके बावजूद घटिया निर्माण कराया गया है। इन बहुमंजिला इमारतें भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
अब हाइवे पर करेंगे चक्का जाम
प्रतिपक्ष नेता अनिलसिंह मेड़तिया ने बताया कि नगरपरिषद और प्रशासन की मिलीभगत से गौचर भूमि पर हुए कब्जे को मुक्त करवाने के लिए इस बार भाजपा की ओर से हाइवे पर चक्का जाम किया जाएगा। इस मामले में त्रिसिंगिया गांव के सैंकड़ो लोग भी अपने गांव की सरकारी भूमि को मुक्त करवाने के लिए भाजपा के आंदोलन में साथ हैं। ऐसे में प्रशासन से मांग है कि जल्द कार्यवाही करते हुए गौचर भूमि से अतिक्रमण हटाया जाए।
क्लीन और ग्रीन कुचामन का अभियान
कुचामन को क्लीन कुचामन और ग्रीन कुचामन अभियान के तहत स्वच्छ और हरा भरा बनाने का प्रयास किया जाएगा। जिसे लेकर कुचामन शहर में जहां भी अवैध डंपिंग यार्ड बनाकर वहां कचरा डाला जा रहा है वहां परिषद से सफाई करवाई जाए और वहां भाजपा की ओर से पौधरोपण करवाकर जमीनों को सुरक्षित बचाने का प्रयास किया जाएगा। आगामी बारिश के मौसम में सभी जगहों पर नगरपरिषद के सहयोग से जगह चिन्हित कर भाजपा की ओर से पौधे लगाए जाएंगे।