विमल पारीक. कुचामनसिटी।
कुचामन नगरपरिषद में आयुक्त पर भाजपा ने एक और बड़ा हमला बोला है। भाजपा ने सीधे तौर पर परिषद की ठेका प्रणाली पर सवाल उठाए है। भाजपा ने आरोप लगाया है कि निविदा आमंत्रण करने के लिए जारी किए जाने टेंडर ऐसे अखबारों में प्रकाशित किये जाते हैं जो अखबार कुचामन समेत क्षेत्र में वितरित ही नहीं होते हैं। जिससे जारी की गई निविदा के बारे ठेकेदारों समेत आमजन को जानकारी नहीं मिलती हैं। इसकी आड़ में सभापति और आयुक्त अपने चहेतों को बुलाकर उन्हें ही ठेके जारी कर देते हैं। जिसमें बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार हो रहा है।
नेता प्रतिपक्ष अनिलसिंह मेड़तिया ने आयुक्त श्रवणराम चौधरी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि नगरपालिका अधिनियम के अनुसार 10 लाख से अधिक की राशि के सभी ठेके राज्यभर में परिचालन वाले दैनिक समाचार पत्र और अखिल भारतीय समाचार पत्र में ही प्रकाशित किये जाने चाहिए। लेकिन आयुक्त की ओर से ऐसे अखबारों को निविदाएं जारी की जाती है जिनकी प्ररसा संख्या बहुत कम है और केवल डिजिटल प्रकाशन होता हैं। वह अखबार कुचामन क्षेत्र में वितिरत ही नही होते हैं। दरअसल पिछले सालों में कोरोना के बाद कई समाचार पत्रों ने अपना वितरण नहीं किया और केवल ऑफिस कॉपी ही प्रिंट करते हैं। इन्हीं अखबारों में लाखों के टेंडर प्रकशित किये जाते हैं और उन निविदाओं के मोटे बिलों का भुगतान किया जाता है। एक ओर जहां निविदाओं में गड़बड़ी है वहीं दूसरी ओर इन टेंडरों का किसी को पता भी नहीं चलता है इसकी आड़ में आयुक्त अपने ही लोगों को बुलाकर उन्हें गुपचुप तरीके से ठेके दे देते है। जिसकी ठेकेदारों समेत आमजन को ठेके की सूचना भी नहीं मिलती और ना ही ठेकेदार की ओर से निर्माण के दौरान कोई सूचना चस्पा की जाती है। जबकि नियमानुसार निर्माण कार्य स्थल पर सूचना बोर्ड लागया जाना अनिवार्य है और उस पर ठेके सबंधी सभी जानकारी दर्ज करने का भी नियम है। लेकिन नगरपरिषद इसकी भी पालना नहीं करवाता है।