विमल पारीक. कुचामनसिटी। राज्य सरकार की ओर से 24 अप्रेल को प्रशासन शहरों के संग अभियान के तहत राहत शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। यह राहत शिविर ही आमजन के समस्या बन गए है। शिविर में आने वाले लोगों को कार्य के दफ्तरों में भेजा जा रहा है। ऐसे में यह शिविर फ्लॉप शो साबित हो रहे हैं। शिविरों का प्रचार प्रसार नहीं होने से लोग शिविर में अधिकांश लोग नहीं पहुंच रहे हैं। जो लोग सरकारी योजना का लाभ लेने पहुंच रहे हैं, उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
प्रतिपक्ष नेता अनिलसिंह मेड़तिया ने बताया कि शहर के वृंदावन गार्डन के सामने सोमवार को वार्ड 1 व 2 के लिए शिविर आयोजित किया गया। इस शिविर में नगर परिषद के अधिकारियों के अलावा किसी विभाग के अधिकारी मौजूद नहीं रहे। केवल कर्मचारियों को शिविर में भेजकर विभाग ने इतिश्री कर ली। जिससे परिषद के अलावा दूसरे विभागों के काम नहीं हो सके और लोगों को योजनाओं का लाभ भी नहीं मिला। शिविर में पहुंची महिलाओं को विद्युत योजना में राहत के लिए शिविर से वापस विद्युत निगम कार्यालय भेजा गया। इसी प्रकार दूसरी योजनाओं के लिए लोगों को शिविर स्थल और कार्यालय के बीच चक्कर लगाने पड़े। इस बारे में अधिकरियों से बात की सामने आया कि विद्युत निगम कार्यालय समेत पंचायत समिति, राजकीय चिकित्सालय समेत अन्य दफ्तरों में ही स्थाई शिविर लगाए गए है। जहां योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। जिससे लोगों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। शिविर में आने वाले कर्मचारी ना तो लेपटॉप या कंप्यूटर सिस्टम लगाते हैं, जिससे लोगों का तत्काल आवेदन किया जा सके। इस मामले में विधायक महेंद्र चौधरी को भी अवगत कराया गया है। प्रतिपक्ष नेता अनिलसिंह मेड़तिया ने बताया कि सरकार को आमजन को राहत देने के स्पष्ट गाइडलाइन जारी करनी चाहिए और विभागों को शिविर स्थल पर कार्य करने के लिए पाबन्द करना चाहिए, जिससे आमजन को राहत मिल सके। यदि कांग्रेस सरकार को दिखावे के शिविर आयोजित करवा कर केवल वाहवाही लूटनी है तो फिर कांग्रेस आमजन के साथ छलावा कर दिया रही है। जिसका भाजपा की ओर विरोध दर्ज कराया जाएगा। हालांकि नगरपरिषद की ओर जारी आंकड़ो पर गौर करें तो करीब 200 लोग शिविर में लाभान्वित हुए हैं।
कांग्रेस सरकार के शिविर राहत दे रहे हैं या समस्या- आमजन की नहीं कोई सुनवाई- भाजपा
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