श्रीमद भागवत कथा हुई संपन्न, मुख्य यजमान सुरेंद्रसिंह ने आरती कर किया समापन
अरुण जोशी. नावां शहर। निकटवर्ती ग्राम मिठडी में भादीपीठ मंदिर में चल रहे 351वां स्थापना अमृत पाटोत्सव कार्यक्रम के तहत गुरुवार को विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। निंबार्कचार्य पीठाधीश्वर श्यामशरण देवाचार्य श्रीजी महाराज के सानिध्य में हवन का आयोजन किया गया। इसके पश्चात मंदिर के शीर्ष पर कलश विराजित किया गया। पाटोत्सव के दौरान निंबार्कचार्य श्रीजी महाराज की ओर से लोगों को श्रीमद भागवत कथा का श्रवण करवाया जा रहा था। कथा गुरुवार को विधिवत रूप से संपन्न हुई। कथा के यजमान वीरेंद्र सिंह सुरेंद्र सिंह कांसेड़ा ने भगवान बांके बिहारी, श्रीमद भागवत व श्रीजी महाराज की आरती कर मंगलकामना की। पाटोत्सव के दौरान युवा टीम ने अपनी सभी व्यवस्थाओं को सुनिश्चित तरीके से संभाला। ग्राम मिठडी में ऐसा ऐतिहासिक विशाल धार्मिक कार्यक्रम पहली बार देखा है। कथा के 7वें दिन व अंतिम दिन कथा के आरम्भ में टाटिया आश्रम वृंदावन की संत मंडली ने शानदार शास्त्रीय संगीत से ओतप्रोत बधाई गायन प्रस्तुत किया। जगद्गुरु निम्बार्काचार्य पीठाधीश्वर श्यामशरण देवाचार्य श्रीजी महाराज ने ओजमय सुमधुर वाणी से कथा का रसास्वादन कराते हुए श्रीकृष्ण व सुदामा की मित्रता के बारे में बताया। इस दौरान पलसाना महंत मनोहरशरण दास महाराज, टटिया आश्रम के मंहत य संत मंडली, जुगल शरण महाराज रेनवाल, भादौपीठाधिश्वर महंत रेवतीरमण दास महाराज, रामप्रपन्नाचार्य महाराज, मोहनदास महाराज निवाई, विपिन बिहारीशरण महाराज वृंदावन, प्रधान प्रतिनिधि राजेश गुर्जर सहित हजारों श्रद्धालु मौजूद थे।
निंबार्कचार्य पीठाधीश्वर श्रीजी महाराज के सानिध्य में मनाया जा रहा 351वा स्थापना अमृत पाटोत्सव
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