कुचामन न्यूज़: कुचामन नगर परिषद के उपसभापति हेमराज चावला बोले- कुचामन की सफाई व्यवस्था असंतोषजनक जिम्मेदारों पर कार्यवाही हो।
कुचामन नगर परिषद क्षेत्र में पिछले कुछ महीनों से सफाई व्यवस्था चरमरा गई है। जिसके कारण शहर के विभिन्न वार्डों और मोहल्लों में जगह-जगह कचरे के ढेर लगे हुए हैं। यह स्थिति नगरवासियों के लिए परेशानी का कारण बन चुकी है और सफाई व्यवस्था की लापरवाही पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
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कुचामन नगर परिषद के उपसभापति हेमराज चावला कहा कि- सफाई कार्य को तीन चरणों में बांटा गया है। इनमें से दो चरणों में सफाई कार्य ठेके पर दिया गया है। एक ओर जहां घर-घर कचरा संग्रहण के लिए निजी फर्म वी वॉयस कम्पनी को करोड़ों रुपये का ठेका दिया गया है वहीं दूसरी ओर 130 सफाई श्रमिकों की व्यवस्था भी ठेकेदारों द्वारा की गई है। जिन पर लाखों रुपये हर महीने खर्च हो रहे हैं। इसके बावजूद कुचामन कस्बे में सफाई व्यवस्था संतोषजनक नहीं है।
चावला ने बताया कि नगर परिषद के 112 नियमित सफाई कर्मचारी भी सफाई कार्य में लगे हुए हैं। लेकिन इसके बावजूद दीवाली के समय से शहर के कई मोहल्लों और गलियों में कचरे के ढेर ज्यों के त्यों पड़े हुए हैं।
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सफाई कार्य की जिम्मेदारी संभालने वाले वी वॉयस कम्पनी के कार्मिकों, सफाई निरीक्षकों और अस्थायी सफाई निरीक्षकों से जब इस विषय पर बात की गई तो उनका जवाब था कि ठेकेदारों से बात की जाएगी। जबकि संबंधित क्षेत्रों के जमादारों का कहना है कि उन्हें समय पर साधन और श्रमिक नहीं दिए जाते और मनमाने तरीके से इनकी कटौती की जाती है।
यह स्थिति तब और चिंताजनक हो जाती है जब सफाई कार्य की जिम्मेदारी लेने को कोई भी जिम्मेदार तैयार नहीं है। चावला ने साफ कहा कि कस्बे की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए जरूरी है कि संबंधित ठेकेदारों, सफाई निरीक्षकों और जमादारों के खिलाफ कार्यवाही की जाए और व्यवस्था में सुधार लाया जाए ताकि नागरिकों को स्वच्छ वातावरण मिल सके।
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कुचामन न्यूज़: चावला बोले- राज्य और केंद्र सरकार से नहीं मिल रही 25 करोड़ अनुदान राशि, विकास कार्यो में रूकावट
कुचामन नगर परिषद इस बार आर्थिक संकट से जूझ रही है। राज्य और केंद्र सरकार से मिलने वाला अनुदान अब तक नहीं आया है। और परिषद के आय स्रोतों में लगातार गिरावट हो रही है।
पिछले 8-9 महीनों से ठेकेदारों के करोड़ों रुपए के बकाया के कारण छोटे-छोटे विकास कार्य भी अटक गए हैं। इसके अलावा पार्षदों को 7-8 महीनों से उनका मासिक भत्ता भी नहीं मिला। दीवाली के कुछ दिन पहले आयुक्त महोदय ने दो महीने के भत्ते का भुगतान आदेश दिया था। लेकिन अभी तक पार्षदों को कोई भत्ता नहीं मिला। इस वजह से नगर परिषद की दीवाली इस बार फीकी रही।
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कुचामन नगर परिषद के उपसभापति हेमराज चावला के अनुसार इस वर्ष राज्य और केंद्र सरकार से मिलने वाली सामान्य अनुदान राशि (15-25 करोड़) अभी तक नहीं आई है। इसके अलावा बरसात और अति वृष्टि से क्षतिग्रस्त सड़कों के पुनर्निर्माण के लिए राज्य सरकार से मिलने वाला बजट भी इस बार नहीं मिला, जिससे दीवाली के दौरान सड़कों की मरम्मत नहीं हो सकी।
उपसभापति हेमराज चावला ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, विधायक विजय सिंह चौधरी, स्वायत्त शासन मंत्री झाबर सिंह खर्रा और निदेशक स्थानीय निकाय विभाग का ध्यान आकर्षित करते हुए आग्रह किया कि कुचामन नगर परिषद को 2023-24 के सामान्य अनुदान सहित विकास कार्यों के लिए आर्थिक पैकेज प्रदान किया जाए। इसके अलावा पट्टा बनाने की दरें घटाकर प्रशासन शहरों के संग अभियान फिर से शुरू किया जाए। ताकि आमजन के बकाया पट्टे बन सकें और निकायों की वित्तीय स्थिति सुधर सके।
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