Kuchaman News: कुचामनसिटी. में शुक्रवार को बछ बारस का त्योहार मनाया गया। इस अवसर पर महिलाओं ने गायों व उनके बछड़ों की पूजा अर्चना कर अपनी संतान की खुशहाली की कामना की।
तारादेवी दाधिच व पुष्पा गौड़ ने बताया कि गाय व बछड़े की पूजा-अर्चना कर बछ बारस की प्रचलित कथाओं का श्रवण किया। इस दिन निसंतान महिलाओं ने पूजा के दौरान संतान प्राप्ति की कामना करती है। महिलाओं ने व्रत व उपवास करते हुए गोपालक, गौशाला आदि जगहों पर जाकर गाय व बछड़े का सामूहिक पूजन किया। इसके लिए शहर के हर मोहल्ले में सुबह महिलाओं ने सामूहिक पूजन के कार्यक्रम रखे एवं बछ बारस की कथा सुनी। शहर की गौशाला में महिलाओं ने गायों व बछड़ों की पूजा की।
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श्री खाटूश्याम मंदिर के पुजारी ने बताया कि हर वर्ष श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के बाद भाद्रपद द्वादशी को बछ बारस का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन चाकू से सब्जियां नहीं काटी जाती वहीं अंकुरित व मोटे अनाज के पकवान तैयार किए जाते हैं। इस अवसर पर घरों में अंकुरित मोठ, मूंग, चने के व्यंजन, कढ़ी, बाजरे की रोटी, मक्के की रोटी आदि बनाए जाते है।