नावां शहर बंद रखकर ट्रेनों का ठहराव नावां में करने की मांग
अरुण जोशी @ नावांशहर। उपखण्ड मुख्यालय पर ट्रेनों के ठहराव व स्टेशन पर सुविधा विस्तार की मांग को लेकर क्षेत्रवासियों ने रविवार को आन्दोलन का आगाज किया।
सैकड़ों लोग सुबह बाग के गणेश मंदिर के पास एकत्रित हुए। सुबह सवा दस बजे सैकड़ों बच्चे, महिलाएं व पुरुष देश भक्ति गानों के साथ गणेश मंदिर से रवाना हुए। जुलूस पीपली बाजार, मुख्य बाजार, पुराने बस स्टैंड से मुख्य सड़क होते हुए बालिका विद्यालय चौराहे से रेलवे स्टेशन के सामने पंहुचा।
नावां के इतिहास में पहली बार शहर की किसी समस्या को लेकर सभी समाज के लोग आंदोलन में एक साथ नजर आए। रेलवे स्टेशन पर पंहुचने के बाद समाजसेवी मनोज गंगवाल आमरण अनशन की घोषणा करते हुए धरने पर बैठे। इसके साथ ही अशोक सैनी, कैलाश कुमावत, अल्पना अग्रवाल सहित अन्य लोग कार्मिक अनशन पर बैठे।
व्यापार मंडल ने दिया समर्थन
ट्रेनों के ठहराव व स्टेशन पर सुविधा विस्तार को लेकर किए जा रहे आंदोलन का शहर के व्यापार मंडल ने भी समर्थन दिया। आंदोलन के पहले दिन जुलूस के दौरान बाजार की सभी दुकानें बंद रही। शहर में सुबह से ही बाजार में सन्नाटा रहा। बाजार बंद रखने के साथ ही व्यापारी जुलूस में शामिल हुए।
उपखंड अधिकारी ने समाधान हेतु दिए निर्देश
धरना स्थल पर उपखंड अधिकारी अंशुलसिंह व तहसीलदार सतीश राव पंहुचे। उन्होंने मनोज गंगवाल व धरना स्थल पर बैठे लोगों से चर्चा की। लोगों ने बताया की स्टेशन पर यात्रियों के लिए छाया हेतु शेड नहीं है, रेलवे साइडिंग पर मजदूरों के लिए पानी, छाया व शौचालय नहीं है, ट्रेनों का ठहराव नही होने से नावां की जनता को काफी परेशान होना पड़ रहा है। इस पर उपखंड अधिकारी ने स्टेशन अधीक्षक को उच्च अधिकारियों से चर्चा कर स्टेशन पर मूलभूत सुविधाओं का विस्तार करवाने के निर्देश दिए।