वीरान पड़ी 110 बीघा भूमि की स्वमोटो 90 ए करने का भी आरोप
सरकारी बजट से डामर सडकें डालने की भी हो रही है तैयारी
हेमन्त जोशी @ कुचामनसिटी। नगरपरिषद में नेता प्रतिपक्ष अनिलसिंह मेड़तिया ने कहा कि कुचामन को जिला बनाने के मुद्दे पर पक्ष-विपक्ष सब एक जाजम पर आने को तैयार है। लेकिन विधायक के भ्रष्टाचार की रिपोर्ट मुख्यमंत्री के पास है। जिसके चलते कुचामन की जगह डीडवाना को जिला बनाया गया है।
मेड़तिया ने विधायक पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के साथ ही कुचामन नगरपरिषद में भी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए है। उन्होंने बताया कि कुचामन नगरपरिषद की ओर से कुचामन वैली के पीछे खसरा नम्बर 573 की करीब 110 बीघा वीरान पड़े जंगल की नगरपरिषद ने स्वमोटो 90 ए करके भूमाफियाओं को फायदा पहुंचाया गया है। जबकि शहर में बसी कई कॉलोनियों की 90 ए नहीं है। इस मामले की जांच के लिए उच्चस्तरिय कार्रवाई की गुहार लगाई गई है और इस प्रकरण में न्यायालय की भी शरण ली जाएगी।
बिना कॉलोनी बसे कर दी स्वमोटो 90 ए
मेड़तिया ने बताया कि कुचामन वैली के पीछे पदमपुरा-सरगोठ पंचायत क्षेत्र की करीब 110 बीघा जमीन पर अवैध रूप से कॉलोनी बसाई जा रही है। यहां अब तक कोई भूखंडों पर निर्माण नही हुआ है और ना ही धरातल पर कोई काम हुआ है। केवल कंक्रीट का मार्ग तैयार किया है। इसके बावजूद नगरपरिषद से मिलीभगत करके इस जमीन की 90 ए की कार्रवाई करवाई गई है। आयुक्त और सभापति की मिलीभगत से इस जमीन की 90 ए के बाद अब सरकारी पैसे से सड़कें बनवाने की तैयारी चल रही है। पिछले दिनों अनेकांत कॉलोनी में भी ऐसा ही हुआ।
गौचर भूमि पर भी है कब्जे
शहर में जगह जगह गौचर भूमियों कर कब्जा किया हुआ है। भाजपा अब इनके भूमाफियों के खिलाफ कार्रवाई करने और गौचर जमीनों, सरकारी जमीनों और मंदिर की जमीनों को बचाने के लिए आंदोलन करने के लिए मजबूर है। जिसकी आवश्यक जांच करवाने और कब्जा हटवाने के लिए प्रशासन को सख्त कार्रवाई करनी होगी वरना इस बार 22 अगस्त से आंदोलन को बड़े स्तर पर किया जायेगा। जिसमें कुचामन वैली के रहवासी लोग और त्रिसिंगिया कि जनता भी साथ रहेगी।
सीवरेज के मामले आचार संहिता के बाद उठाएंगे
मेड़तिया ने मीडिया के सवालों पर कहा कि सीवरेज में भी बड़े स्तर पर घपला किया जा रहा है। जिसका मुद्दा आचार संहिता लगने के बाद उठाया जाएगा। शहर में जगह जगह सड़कें खुदी हुई पड़ी है और घटिया सामग्री से निर्माण कार्य करवाए जा रहे हैं। अभी विधायक का वृहदहस्त है जिससे कोई सुनवाई नहीं होगी, लेकिन आचारसंहिता लागू होने के बाद इस मुद्दे पर ठोस कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस अवसर पर पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष राधेश्याम गट्टानी, पार्षद सुरेश सिखवाल, गौतम चंदेलिया, पार्षद अयूब शेख, सुरेंद्र सिंह दीपपुरा सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
इनका कहना-
इनका काम केवल झूठे आरोप लगाना है। हम जनता का नियमानुसार ही कार्य करते हैं।
श्रवणराम चौधरी
तत्कालीन आयुक्त, कुचामन।