विमल पारीक. कुचामनसिटी। नगरपरिषद कुचामन में लंबे समय बाद आज बोर्ड बैठक सभापति आसिफ खान की अध्यक्षता में आयोजित हुई। जिसमें पत्रकारों को भूखण्ड आवंटन के मुद्दे पर विरोध हुआ, शेष सभी मुद्दों पर सहमति बन गई। जिससे प्रस्ताव पारित किए गए। हालांकि बैठक के दौरान विपक्ष का विरोध नजर आया। विपक्ष ने जॉन सिस्टम को हटाकर वार्डवाईज कार्य करने का मुद्दा उठाया था। लेकिन इसे प्रस्ताव में शामिल नहीं किया गया। जिससे विपक्ष के पार्षदों ने विरोध जताया।
आयुक्त श्रवणराम चौधरी ने बताया कि साधारण सभा की बैठक दिनांक 06 मई को सुबह 11 बजे नगरपरिषद् कॉन्फ्रेन्स हॉल में आयोजित हुई। बैठक में बजट वर्ष 2023-24 के अनुमोदन पर विचार विमर्श कर सर्वसम्मति से पारित किया गया। बजट में शहर के कई विकास कार्य शामिल किए गए हैं। इसके बाद विद्युत पोलों/ ट्रांसफार्मर के पोल व स्थान का किराया तय करने पर विचार किया गया और किराया निर्धारित किया गया। राजकीय चिकित्सालय के पीछे निर्मित थड़ियां हटाने का प्रस्ताव भी पारित किया गया।
अहिंसा सर्किल से कृषि मण्डी रोड होते हुए राजकीय चिकित्सालय ट्रोमा सेन्टर हेतु सुगम मार्ग उपलब्धता के माध्यनजर पुरानी निर्मित चुंगी (पुलिस चौकी) एवं पब्लिक टॉयलेट हटाकर मार्ग चौड़ा कराया जाएगा। जिससे इस मार्ग में आवाजाही सुचारू हो सके। कनोई पार्क के उत्तरी-पश्चिमी नुक्कड़ पर सार्वजनिक महिला शौचालय निर्माण करवाने पर सहमति बनी। इस दौरान पार्षद ललिता वर्मा ने पुरानी धान मंडी में महिलाओं के लिए शौचालय बनवाने का मुद्दा उठाया गया। बैठक में पत्रकार कॉलोनी के विस्तार एवं शेष रहे पत्रकारों को भूखण्ड आवंटन पर चर्चा शुरू हुई, जिस पर पार्षदों ने पत्रकारों की गाइडलाइन तय करने के बाद ही भूखण्ड आवंटन की मांग की।
विपक्ष ने जताया विरोध– बैठक के दौरान प्रतिपक्ष नेता अनिलसिंह मेड़तिया की अगुआई में भाजपा पार्षदों ने सफाई व निर्माण के लिए बनाए गए वार्डो के जॉन सिस्टम का विरोध किया साथ ही मेड़तिया ने बताया कि नगर परिषद की साधारण सभा का आयोजन रखा गया जिसमें नगर परिषद कुचामन सिटी के विभिन्न वार्डो से निर्वाचित एवं विपक्षी दल के कुल 20 पार्षदों ने भाग लिया। साधारण सभा में नियत एजेन्डा संख्या 1 से 6 का सभी ने ध्वनिमत से समर्थन किया। निर्धारित एजेन्डा संख्या 7 पर विचार-विमर्श हुआ, जिसमें विभिन्न विकाय कार्यों पर चर्चा की जानी थी, लेकिन उक्त एजेन्डे के विचार विमर्श के दौरान विपक्षी दल के पार्षदों द्वारा यह विचार प्रकट किया गया कि ज्ञापन श्रीमान् सभापति एवं आयुक्त महोदय को सत्ता एवं विपक्ष दोनों पक्षों के कुल 31 पार्षदों के हस्ताक्षर का पत्र दिया गया था, जिसके अनुरूप विकास कार्यों हेतु बनाए गए जोन को हटाकर वार्डवार विकास कार्य करवाने का प्रस्ताव पारित किया जावे। नियमानुसार साधारण सभा के निर्धारित समय से पहले यदि निर्वाचित पार्षदों द्वारा किसी प्रकार का प्रस्ताव किया जाता है तो उसे साधारण सभा में सम्मिलित किया जाना आवश्यक है। आज की साधारण सभा में मात्र इसी विकास कार्य के मसले को लेकर मतभेद रहा। सभापति द्वारा सभी पार्षदों के साथ खास तौर पर विपक्षी पार्षदों के वार्डों में विकास कार्यों में भेदभाव किया जाता है। सभापति जिन वार्डो में विकास कार्य होने वांछित है, उसे नहीं करवा कर बाहरी वार्डों में जहाँ सभापति व उनके सहयोगियों की निजि कॉलोनियाँ काटकर विकसित की जा रही है। जहाँ रहवासी मकान स्थित नहीं है, वहाँ विकास कार्य बिना किसी जनप्रतिनिधि व पार्षद की अनुशंषा के करवाये जा रहे है, जिनमें भ्रष्टाचार हो रहा है। जो कि जाँच का विषय भी है। दिनांक 31.03.2023 तक जिन अभ्यर्थियों ने पट्टा हेतु आवेदन किया है, उनको नियमित पट्टे जारी नहीं किये जा रहे है और ना ही कोई कारण दर्शाया जा रहा है। यह भी जांच का विषय है। नगर परिषद द्वारा जारी विभिन्न कार्यों के टेण्डर भी अपने निजी व रिश्तेदारों को ऊँची दरों में जारी कर नियमों की पालना नहीं कर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। दिनांक 06.04.2023 को विपक्षी पार्षदों के आन्दोलन के सम्बन्ध समझौते में किये गये सभी बिन्दुओं को एक माह की अवधि बीत जाने के बाद भी पालना नहीं की गई है।