डीडवाना (खोजास)। क्षेत्र की डसाना खुर्द गांव स्थित आंगनबाड़ी केन्द्र का हाल वर्षों से बदहाल है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने अब तक इसकी सुध नहीं ली है।

स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार पिछले तीन से चार वर्षों से यह केन्द्र जर्जर हालत में है, लेकिन न तो इसका मरम्मत कार्य हुआ और न ही पुनर्निर्माण के लिए कोई ठोस कदम उठाए गए हैं।


गांव में बच्चों की पढ़ाई व पोषण के लिए बनाए गए इस केन्द्र की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि यहां बच्चों को बैठाना भी मुश्किल हो गया। मजबूरीवश स्थानीय स्टाफ ने गांव में एक प्राइवेट मकान किराए पर लिया है, जहां बच्चों को शिक्षा और अन्य गतिविधियां करवाई जा रही हैं।
सबसे चिंताजनक बात यह है कि इस किराए का भुगतान भी आंगनबाड़ी स्टाफ खुद अपनी जेब से कर रहा है। सरकार या प्रशासन की ओर से अब तक किसी प्रकार की सहायता या सहयोग नहीं मिला है।

ग्रामीणों ने बताया कि कई बार इस संबंध में संबंधित विभाग व पंचायत प्रशासन को अवगत कराया गया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। आंगनबाड़ी जैसी संवेदनशील योजना के तहत छोटे बच्चों की शिक्षा, पोषण व देखभाल की व्यवस्था होती है, लेकिन यहां हालात इसके उलट हैं।