कुचामन सिटी. जितनी छोटी उम्र, उतनी ही बड़ी काबिलियत! सोच की तेजी और याददाश्त की गहराई ने विदिशा अग्रवाल को सीधे इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स 2025 तक पहुंचा दिया।

विदिशा अभी सिर्फ 1 साल 7 महीने की है, लेकिन उसकी समझ और जवाब देने की रफ्तार देखकर हर कोई चौंक गया। हाल ही में आयोजित एक टैलेंट टेस्ट में विदिशा ने 100 से ज्यादा चीजों को पहचाना और उनके नाम भी बिना रुके बताए।


वो सब्जियां पहचानती है, फल बताती है, जानवर-पक्षियों को अलग करती है, गाड़ियों के नाम जानती है, रंगों को पहचानती है, और यहाँ तक कि डॉक्टर, टीचर, पुलिस जैसे प्रोफेशन को भी साफ-साफ पहचान लेती है। गिनती भी 1 से 100 तक बोलती है और फ्रीडम फाइटर्स के नाम भी बता देती है।
इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की टीम ने इस टैलेंट को देखकर उसे ऑफिशियल रिकॉर्ड होल्डर घोषित किया और उसका नाम 2025 की लिस्ट में शामिल कर लिया। साथ ही, एक सर्टिफिकेट भी भेजा गया है जो उसकी इस बड़ी कामयाबी का सबूत है।

विदिशा कुचामन सिटी के शेखराजका एरिया में रहती है। वह विजय अग्रवाल और शालू अग्रवाल की बेटी है। घरवालों ने बताया कि विदिशा शुरू से ही एक्टिव और जल्दी सीखने वाली है। जो भी चीज उसे दिखाई या सुनाई जाती है, वो झट से याद कर लेती है और सही मौका आने पर बता भी देती है।
इस कामयाबी से घर में जश्न जैसा माहौल है। दादा-दादी, माता-पिता और पूरे परिवार ने इस जीत को लेकर खुशी जाहिर की है। जल्द ही एक कार्यक्रम में विदिशा को मंच पर बुलाकर सम्मानित भी किया जाएगा।
घरवालों का कहना है कि विदिशा आम बच्चों से अलग है। उसकी सोच और समझ उस उम्र से काफी आगे है। और यही वजह है कि इतनी कम उम्र में उसने वो हासिल कर लिया जो बड़े बच्चों के लिए भी आसान नहीं होता।
कुचामन की यह नन्हीं स्टार अब शहर के गर्व का कारण बन चुकी है।