कुचामन सिटी. जयपुर ग्रामीण पुलिस ने एक बड़े छात्रवृत्ति घोटाले का खुलासा किया है, जिसमें फर्जी कॉलेज बनाकर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के छात्रवृत्ति पोर्टल से 23 लाख 64 हजार रुपये की राशि हड़पने का मामला सामने आया है।

इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी विजय कुमार बोचल्या सहित दो अन्य आरोपियों, श्रवण राम जाट और बलराम गुर्जर को गिरफ्तार किया है।


पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने मिलकर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर अलवर जिले में रावत कॉलेज ऑफ वेटरनरी एंड एनिमल साइंसेज नामक एक काल्पनिक शिक्षण संस्थान बनाया। इस फर्जी कॉलेज को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के छात्रवृत्ति पोर्टल पर पंजीकृत करवाया गया। इसके बाद, फर्जी दस्तावेज और बायोमेट्रिक पहचान की क्लोनिंग के जरिए छात्रवृत्ति पोर्टल में सेंधमारी की गई और 23 लाख 64 हजार रुपये की राशि हड़प ली गई।आरोपियों ने कई SSO ID जैसे Scholarship.sys.RJ.RAVTINSTITUTE, VIJAY KUMAR.BOCHLYA, DR.SONIYANITYANAND, AKSHAYMULODIA4, और BAJRANG019 का उपयोग कर यह धोखाधड़ी की।
ई-मित्र संचालक विजय कुमार बोचल्या ने फर्जी दस्तावेज तैयार किए, जबकि श्रवण राम जाट ने छात्रवृत्ति पोर्टल पर स्वीकृति दिलाने में भूमिका निभाई। बलराम गुर्जर, जो सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग में प्रोजेक्ट मैनेजर/डेवलपर के रूप में अनुबंध पर कार्यरत था, ने इस घोटाले में विभाग से रुपये लेने में सहायता की।

27 मई 2025 को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग ने जयपुर के चौमूं थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसके आधार पर गोविंदगढ़ थाने में जीरो नंबर FIR दर्ज की गई। इस मामले की जांच के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) जयपुर ग्रामीण रजनीश पूनियां के निर्देशन में एक विशेष पुलिस टीम गठित की गई। इस टीम का नेतृत्व वृत्ताधिकारी गोविंदगढ़ राजेश जागिंड और थानाधिकारी गोविंदगढ़ चंद्रशेखर ने किया।
पुलिस ने पाया कि सभी आरोपी फरार हो गए थे और आपस में Zangi Private Messenger ऐप के जरिए बातचीत कर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस ने तकनीकी सहायता और सूचना संकलन के जरिए आरोपियों को ट्रैक किया और गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार आरोपी- विजय कुमार बोचल्या (27) निवासी आष्टी-खुर्द, जिला जयपुर – ई-मित्र संचालक, श्रवण राम जाट (32) निवासी खियाला जिला नागौर – गुरुकृपा आईटीआई कॉलेज कुचामन के संचालक, बलराम गुर्जर (43) निवासी शिव नगर जयपुर – सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग में प्रोजेक्ट मैनेजर (संविदा)
पुलिस ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग और अन्य विभागों से दस्तावेज प्राप्त कर जांच की। आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद उनकी पीसी रिमांड अवधि के दौरान पूछताछ की जा रही है। पुलिस गबन की गई 23 लाख 64 हजार रुपये की राशि की बरामदगी और अन्य संभावित आरोपियों की तलाश में जुटी है।
पुलिस टीम – इस ऑपरेशन में शामिल पुलिस टीम में वृत्ताधिकारी राजेश जागिंड, थानाधिकारी चंद्रशेखर, सहायक उपनिरीक्षक बहादुर सिंह, जगदीश सिंह, और कई अन्य कांस्टेबल शामिल थे।
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