कुचामन सिटी. मातृ एवं शिशु चिकित्सा इकाई बचाओ संघर्ष समिति, कुचामन महिला मंच एवं केमिस्ट सोसायटी के संयुक्त तत्वावधान में आज प्रमुख चिकित्सा अधिकारी, जिला चिकित्सालय कुचामन सिटी को एक ज्ञापन सौंपा गया।

ज्ञापन के माध्यम से प्रशासन से मांग की गई कि राजकीय चिकित्सालय, कुचामन सिटी में वर्तमान में संचालित मातृ एवं शिशु चिकित्सालय (MCH) को यथावत उसी स्थान पर संचालित रखा जाए।


ज्ञापन में बताया गया कि इस चिकित्सालय को शहर से लगभग 9 किलोमीटर दूर स्थानांतरित करने का प्रस्ताव है और उसके निर्माण हेतु बजट भी स्वीकृत हो चुका है। यह स्थानांतरण शहरवासियों एवं समीपवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों के हित में नहीं है, क्योंकि किसी भी गर्भवती महिला या नवजात शिशु के लिए चिकित्सा सुविधा का सुलभ और सुलभ स्थान पर उपलब्ध होना अत्यंत आवश्यक है।
वर्तमान में राजकीय चिकित्सालय परिसर में संचालित मातृ एवं शिशु अस्पताल न केवल कुचामन शहर के लोगों, बल्कि आसपास के समस्त क्षेत्र के निवासियों के लिए भी अत्यंत सुविधाजनक और उपयुक्त है।

ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि वर्तमान अस्पताल में चिकित्सा सुविधाएं, जांच, दवाओं की उपलब्धता एवं आवश्यक साधनों की दृष्टि से सभी व्यवस्थाएं सुसंगत हैं। ऐसे में इस अस्पताल को अन्यत्र स्थानांतरित करना जनहित में अनुचित निर्णय होगा।
ज्ञापनदाताओं ने अनुरोध किया कि प्रस्तावित बजट का उपयोग वर्तमान भवन को और अधिक सुसज्जित एवं परिष्कृत करने में किया जाए, ताकि नागरिकों को यथास्थान बेहतर चिकित्सा सुविधा मिलती रहे।
ज्ञापन सौंपने वालों में केमिस्ट सोसायटी अध्यक्ष श्रीपाल सिंह रसाल, कुचामन महिला मंच अध्यक्ष बरखा जैन, संघर्ष समिति अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह अडाणी, अन्नपूर्णा कुमावत, नरेश जैन, प्रमोद खंडेलवाल, राजूराम बुगालिया, प्यारेलाल कुमावत, नन्दकिशोर शर्मा, मुकेश शर्मा, चेनाराम कुमावत, सुरेश शर्मा, सीताराम शर्मा, सोहेल खान, अमर चौधरी, अंबिका शरण शर्मा, कैलाश मेघवाल, हेमचंद बागड़ा, हेमाराम चौधरी, चेतन खींची, प्रकाश कुमावत एवं मुकेश कुमावत सहित कई गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
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