कुचामन सिटी. राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 10वीं परीक्षा के मूल्यांकन कार्य में लापरवाही और नियमों की धज्जियां उड़ाने का मामला सामने आया है।

सबसे चौंकाने वाली घटना कुचामन सिटी के पास सामने आई, जहां एक किराने की दुकान में बोर्ड की उत्तर पुस्तिकाओं में अंकों की चेकिंग करते हुए वीडियो वायरल हुआ। मामले में शिक्षा निदेशालय बीकानेर ने सख्त रुख अपनाते हुए दो मामलों में चार शिक्षकों को निलंबित कर दिया है।



कुचामन में किराने की दुकान बना मूल्यांकन केंद्र
डीडवाना-कुचामन क्षेत्र के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय (बागोट) के वरिष्ठ अध्यापक भवरूद्दीन को संस्कृत विषय की 10वीं कक्षा की 366 उत्तर पुस्तिकाएं जांचने को दी गई थीं। उन्होंने यह कार्य अपने मित्र प्रदीप कुमार शर्मा (राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, निम्बड़ी, मकराना) को सौंप दिया।
प्रदीप ने अंकों की चेकिंग अपने पिता से करवाई, जो कि एक किराने की दुकान में बैठकर यह कार्य कर रहे थे। यह पूरा दृश्य वीडियो में कैद हो गया जो 26 मई को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। वीडियो के सामने आने के बाद विभाग ने तत्काल प्रभाव से दोनों शिक्षकों को निलंबित कर दिया।

अलवर में भी मूल्यांकन में लापरवाही, दो और शिक्षक निलंबित
इसी तरह की दूसरी घटना अलवर जिले में सामने आई, जहां गणित विषय की उत्तर पुस्तिकाएं जांच रहे वरिष्ठ अध्यापक ओमप्रकाश सैनी ने कॉपियां छात्रों के सामने खुली छोड़ दीं। वहीं, हिन्दी व्याख्याता मीनाक्षी अरोड़ा ने उत्तर पुस्तिकाओं की तस्वीरें खींचकर सोशल मीडिया पर डाल दीं। जांच में पुष्टि के बाद दोनों को निलंबित कर जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय, अलवर से अटैच किया गया है।
तीन साल की पाबंदी, पारिश्रमिक जब्त
शिक्षा निदेशालय बीकानेर के अनुसार, भवरूद्दीन और ओमप्रकाश सैनी को परीक्षक कार्य से तीन वर्षों के लिए प्रतिबंधित किया गया है। दोनों शिक्षकों को मूल्यांकन कार्य का पारिश्रमिक भी नहीं दिया जाएगा। जिन उत्तर पुस्तिकाओं की जांच में अनियमितता सामने आई, उन्हें दोबारा जांच के लिए अन्य शिक्षकों को सौंपा गया।
शिक्षा विभाग – भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए 2025-26 से बोर्ड परीक्षाओं में डिजिटल मूल्यांकन व्यवस्था लागू की जाएगी।
डीडवाना-कुचामन का आठवीं बोर्ड में 98.08% परिणाम, नागौर जिला टॉप-5 में शामिल
कुचामन सिटी में खाद्य सुरक्षा विभाग ने सब्जी मंडी से फलों के लिए नमूने
कुचामन सिटी मातृ एवं शिशु हॉस्पिटल का मामला पहुंचा लोक अदालत, कल होगी सुनवाई