
कुचामन न्यूज: विश्व स्वास्थ्य दिवस के उपलक्ष्य में रविवार शाम स्थानीय कुचामन कॉलेज परिसर में डॉक्टर्स एवं उनके परिवारों की सहभागिता से एक संध्याकालीन खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।

इस आयोजन का उद्देश्य आमजन को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना और “स्वस्थ जीवनशैली” का संदेश देना था।


कार्यक्रम का शुभारंभ एडिशनल डिस्ट्रिक्ट जज सुंदर लाल खारोल एवं एसीजेएम ज्ञानेंद्र के करकमलों से हुआ। उद्घाटन अवसर पर उन्होंने कहा कि चिकित्सकों द्वारा इस तरह के आयोजनों से समाज में सकारात्मक संदेश जाता है और लोग स्वास्थ्य के प्रति प्रेरित होते हैं।
प्रतियोगिताओं में पुरुष, महिलाएं और बच्चों के लिए अलग-अलग खेलों का आयोजन किया गया। इसमें 100 मीटर दौड़, रस्साकस्सी, गोला फेंक, बैकथ्रो, हूलाहूप जैसे रोचक खेल शामिल रहे। सभी खेलों में चिकित्सकों और उनके परिजनों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। दर्शकों ने भी प्रतियोगिता का भरपूर आनंद लिया और खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाया।
वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. चेना राम चौधरी ने कहा कि वर्तमान समय में भागदौड़ और तनाव भरी जिंदगी में नियमित व्यायाम और खेलकूद न केवल शरीर को स्वस्थ रखते हैं, बल्कि मन को भी तरोताजा करते हैं। उन्होंने कहा कि संतुलित आहार, स्वच्छ पर्यावरण, पर्याप्त नींद और शारीरिक सक्रियता से हम कई बीमारियों को दूर रख सकते हैं।
कार्यक्रम में मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. सुरेंद्र जिलोया ने मानसिक स्वास्थ्य पर खेलों के प्रभाव पर प्रकाश डालते हुए कहा कि खेल व्यक्ति को मानसिक रूप से मजबूत बनाते हैं और जीवन की चुनौतियों से जूझने की क्षमता प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा कि मानसिक तनाव, अवसाद और चिंता से राहत पाने के लिए खेलकूद एक उत्कृष्ट माध्यम है।
वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. ओमप्रकाश बिशु ने व्यायाम के जैविक लाभों पर चर्चा करते हुए बताया कि नियमित शारीरिक गतिविधि से ‘सेरोटोनिन’ जैसे हैप्पी हार्मोन का स्त्राव होता है, जो मूड को बेहतर बनाता है, शरीर को ऊर्जावान रखता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है।
कार्यक्रम के अंत में सभी विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए गए और आयोजकों द्वारा प्रतिभागियों का सम्मान किया गया। आयोजन समिति में डॉ. रेखा भाटी, डॉ. देवेंद्र पंवार, डॉ. प्रवीण विश्नोई, डॉ. सुनील कुमावत, डॉ. मंजू सैनी सहित कई चिकित्सकों की सक्रिय भूमिका रही।
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