
नावां न्यूज: मारोठ थाने में वकील गोपाल सिंह राठौड़ के साथ मारपीट और अभद्रता के मामले में नावां अधिवक्ता संघ ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपा।

संघ ने आरोप लगाया कि आरोपी पुलिसकर्मियों को निलंबित करने के बजाय, वकील पर ही एससी/एसटी एक्ट के तहत झूठा मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है।


नावां अधिवक्ता संघ ने इस मामले को लेकर न्यायिक कार्यों के बहिष्कार का निर्णय लिया है।
दरअसल, 14 मार्च को हुई इस घटना के बाद से ही राजपूत समाज मारोठ थाना पुलिस के विरोध में प्रदर्शन कर रहा है। 16 मार्च को हुए विरोध प्रदर्शन में भाजपा नेता भंवरसिंह पलाड़ा और परबतसर के पूर्व विधायक मानसिंह किनसरिया भी शामिल हुए। इनके साथ अन्य समाज के सदस्यों ने भी एसपी से मुलाकात की। इसके बाद आरोपी थानेदार शंकरलाल सहित दो कांस्टेबलों को लाइन हाजिर कर दिया गया।
हालांकि, अधिवक्ता संघ इस कार्रवाई से संतुष्ट नहीं है। उनका कहना है कि आरोपियों को जल्द से जल्द निलंबित कर हटाया जाए। जब तक यह कार्रवाई नहीं होती, संघ नावां में किसी भी न्यायिक कार्य में भाग नहीं लेगा। इसी संदर्भ में आज नावां एसडीएम जीतू कुलहरि को ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें मांग की गई कि किसी भी पत्रावली में कोई प्रतिकूल आदेश पारित न किया जाए।
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