
डीडवाना न्यूज: अपहरण और गैंगरेप के एक गंभीर मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है और एक नाबालिग को भी पकड़ा है।

इस मामले में पुलिस ने पॉक्सो एक्ट और आईटी एक्ट सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर सख्त कदम उठाए हैं।


यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक हनुमान प्रसाद (आई.पी.एस.) के निर्देशन में तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हिमांशु शर्मा और वृताधिकारी विक्की नागपाल के निकटतम सुपरविजन में की गई। मामले की जांच रामेश्वरलाल, उप निरीक्षक, थानाधिकारी, थाना निम्बी जोधा के नेतृत्व में की जा रही है।
जानकारी के मुताबिक, पीड़िता के पिता ने 11 मार्च 2025 को पुलिस थाना निम्बी जोधा में रिपोर्ट दर्ज करवाई। रिपोर्ट के अनुसार, लगभग छह माह पूर्व उसकी बेटी खेत में बकरियां चरा रही थी, तभी ढिंगसरी निवासी पुलकित मण्डा और उसके तीन साथी पिकअप गाड़ी में आए और लड़की का अपहरण कर सुनसान जगह पर ले गए।
वहां आरोपियों ने जान से मारने की धमकी देकर बारी-बारी से बलात्कार किया और घटना का वीडियो बना लिया। इसके बाद, आरोपी वीडियो के जरिए पीड़िता को ब्लैकमेल करने लगे।
कुछ दिन बाद, पुलकित मण्डा और एक अन्य लड़का पीड़िता के घर पहुंचे, जब वह अकेली थी। उन्होंने वीडियो वायरल करने की धमकी देकर उसके परिवार से 50,000 रुपये ले लिए। इसके बाद, आरोपियों ने दुबारा 50,000 रुपये की मांग की, लेकिन परिवार पैसे नहीं दे सका।
जब पीड़िता के परिवार ने पैसे नहीं दिए, तो आरोपियों ने पीड़िता का अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। घटना के बाद, पीड़िता और उसके परिवार ने पुलिस से मदद की गुहार लगाई, जिसके बाद मामला दर्ज किया गया।
पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस थाना निम्बी जोधा में आरोपियों के खिलाफ पॉक्सो एक्ट सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर वृताधिकारी विक्की नागपाल, लाडनूं के नेतृत्व में जांच शुरू की गई। पुलिस ने तकनीकी सहायता और फील्ड इंटेलिजेंस के आधार पर आरोपियों की पहचान कर संदिग्ध स्थानों पर दबिश दी।
इस दौरान आरोपी देवराज जाट (19) पुत्र घनश्याम निवासी ढिंगसरी और देवेंद्र राजपूत (20) पुत्र मूलसिंह निवासी ढिंगसरी को गिरफ्तार किया गया, जबकि इस मामले में एक नाबालिग भी शामिल है, जिसकी पहचान उजागर नहीं की गई है।
पुलिस टीम के सदस्य
इस गंभीर मामले में पुलिस टीम ने तत्परता से काम किया, जिसमें थाना अधिकारी महिराम विश्नोई, पुलिस थाना लाडनूं, और रामेश्वरलाल, पुलिस थाना निम्बी जोधा, की अहम भूमिका रही। हेड कांस्टेबल भगवान सिंह और कांस्टेबल राजकुमार, जसुराम, बृजगोपाल, कृष्ण कुमार, शिवकरण, बेनीगोपाल, गोपालराम, पुसाराम, किशोर और सुखाराम ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।
आगे की जांच जारी
डीडवाना-कुचामन पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई से अपराधियों के खिलाफ सख्त संदेश गया है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच जारी है और सभी दोषियों को कानून के तहत कड़ी से कड़ी सजा दिलाने का प्रयास किया जाएगा।
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