हेमंत जोशी @ कुचामनसिटी। किसान केसरी बलदेव राम मिर्धा की 135 की जयंती बुधवार को कुचामन में स्थित किसान सर्किल पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण करके पुष्पों से श्रद्धांजलि देकर श्रद्धापूर्वक जयंती मनाई गई।
इस अवसर पर वक्ताओं ने मिर्धा को याद कर उनके आदर्शों को जीवन में ग्रहण करने की बात कही। वक्ताओं ने बलदेव राम मिर्धा की जीवनी पर प्रकाश डाला। इस मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता परसाराम बुगालिया, मुनाराम महला , डी,आर भाकर, ने कहा की किसान केसरी बलदेव राम मिर्धा जीवनपर्यंन्त किसानों के हितों के लिए संघर्ष किया और आम गरीब व्यक्ति के लोगों को शिक्षा के लिए प्रेरित किया।
किसान केसरी मिर्धा मारवाड़ के किसानों को उनके अधिकार के बारे में समझाया और उनको अपने हक के लिए लड़ना सिखाया। क्योंकि पहले किसानों को जमीदार खेती करने पर किसानों को कुछ नहीं देते थे। जिसको लेकर किसानों की समस्याओं को बलदेव राम मिर्धा ने जाना और समस्याओं का निवारण किया।
बलदेव राम मिर्धा किसानों के लिए लड़े और सामंती ताकत से किसानों को हक दिलाया। इस कारण मारवाड़ में हर तबका बलदेवराव मिर्धा को याद करते हैं। मारवाड़ के किसानों में शिक्षा का अलग जगाने वाले और सामंती ताकतों से किसानो को हक दिलाने वाले बलदेवराम मिर्धा का नाम आज भी किसानों के दिलों में राज कर रहा है।
बलदेव राम मिर्धा की जयंती के अवसर पर प्रदेश भर में कार्यक्रम हुए। इस मौके पर परसाराम बुगालिया, मुनाराम महला, शुभाष पावड़िया, कमलकांत डोडवाडिया, डी. आर भाकर, श्रवणराम पावड़िया, ईश्वरराम सौऊ, मेघराज ढ़ाका, नन्दकिशोर सहित किसान कौम के लोग मौजूद रहे।