कुचामन को जिला बनाने के मुद्दे को हंसी में टाल गए विधायक महेंद्र चौधरी
अरूण जोशी @ नावांशहर। ट्रेन ठहराव व स्टेशन पर सुविधा विस्तार को लेकर रेलवे स्टेशन के सामने दिए जा रहे धरने के समर्थन को लेकर उपमुख्य सचेतक महेन्द्र चौधरी ने शनिवार को प्रेस वार्ता की।
चौधरी ने कहा की रेलवे की समस्या को लेकर शहर की जनता काफी समय से परेशान है। केंद्र में भाजपा की सरकार होने के बावजूद हमारे सांसद की और से कोई प्रयास नहीं किया जाता है। रेल मंत्री राजस्थान के है तथा उन्हें प्रदेशवासियों की समस्या को समझना चाहिए। लोगों की और से आंदोलन करने व धरना देने के बावजूद सांसद ने एक बार भी धरना स्थल पर धरनार्थियों ने मिलने का प्रयास नहीं किया।
कोई भी कांड होने पर धरने पर बैठने के लिए सांसद तुरंत पंहुच जाते है लेकिन ऐसी समस्या को शहरवासियो की परेशानी को लेकर उन्हें कोई रुचि नहीं है। केन्द्र में इनकी सरकार होने के बावजूद इनकी ओर से कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है। विधायक होने के नाते मैं धरने पर आना चाहता था लेकिन लोगों ने कहा की धरना व आंदोलन को लेकर यह बात बनाई जाएगी की कांग्रेस की ओर से आंदोलन को हाइजैक कर लिया गया है।
आंदोलन में किसी प्रकार की राजनीति नहीं हो इसके लिए मैं मौके पर नहीं आया। लेकिन पार्टी के सभी पार्षद व पदाधिकारी पूर्ण समर्थन में है तथा धरने पर भी बैठ रहे है। कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष माधव प्रसाद धूत, नगर अध्यक्ष बाबूलाल बजाज, प्रतिपक्ष नेता अवधेश पारीक, व्यापार मंडल के अध्यक्ष पवन शाह ने उपमुख्य सचेतक से अपील करी की आप मुख्यमंत्री के जरिए रेलवे मंत्री भारत सरकार को नावां से समस्या से अवगत करवाए व समाधान के प्रयास करे।
जिस पर उन्होंने कहा की मैं मुख्यमंत्री व राज्यपाल से मुलाकात कर इन समस्या के समाधान की मांग करूंगा। जिससे इस समस्या का समाधान हो सके। मेरा आरोप है की भाजपा जनता पार्टी शहर मे विकास नहीं होने दे रहे है। चिकित्सालय पर कोर्ट से स्टे लाकर उन्होंने शहरवासियो के हित पर कुठाराघात किया है। इसके पश्चात उन्होंने अनशन पर बैठे मनोज गंगवाल से दूरभाष पर वार्ता की। जिस पर उन्होंने भी धरना स्थल पर नहीं आने का विचार सही बताया।
कुचामन को जिला नहीं बनाने को हंसी में टाला
प्रेस वार्ता के दौरान कुचामन को जिला नहीं बनाने से लोगों में नाराजगी व भाजपा की ओर से लगाए जा रहे आरोप के बारे में पूछने पर उन्होंने इस बात को हंसी में टाल दिया। उन्होंने कहा की मेरे विधायक बनने से पहले कुचामन एक उपतहसील था।
भाजपा के विधायकों की ओर से विकास के कोई कार्य नहीं किए गए जिसके चलते कुचामन का विकास नहीं हुआ। उपतहसील को तहसील, उपखंड कार्यालय, अतिरिक्त जिला कलेक्टर कार्यालय, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कार्यालय सहित अन्य विकास कार्य मेरी और से करवाए गए।
डीडवाना काफी वर्षो से जिला बनने की लड़ाई लड़ रहा है। इसके बावजूद प्रदेश में मुख्यमंत्री की ओर से जिले में कुचामन का नाम जोड़ना बड़ी बात है। जिला मुख्यालय कही तो बनाना ही था। आज ही किसी अखबार में पढ़ा की एक प्रदेश ओर बन रहा है। जिले, संभाग, प्रदेश ऐसे ही बनते रहेंगे और लोग ऐसे ही मांगते रहेंगे।
यह कहकर उन्होंने कुचामन को जिला मुख्यालय नही बनाने की बात को हसी में टाला।