पुलिस अधीक्षक प्रवीण नायक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके दी जानकारी
ग्राम रसाल के हरिराम बाबा की बगीची में सेवा का काम करने वाले मोहनराम की हुई थी हत्या
हेमन्त जोशी / विमल पारीक @ कुचामनसिटी। निकटवर्ती ग्राम रसाल में पिछले दिनों हुई संत मोहनराम की हत्या के मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मामले का खुलासा कर दिया है। संत की हत्या 3 लाख रुपये के लालच में 4 दोस्तों ने मिलकर की थी। पुलिस ने एक आरोपी बजरंग को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस अधीक्षक प्रवीण नायक के निर्देशन में व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय गुप्ता कुचामन के सुपरविजन में विकास विधवाल वृताधिकारी वृत कुचामनसिटी के नेतृत्व में गठित टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुये हरिराम बाबा की बगीची में सेवा करने वाले मोहनराम की हत्या के मामले में आरोपी बजरंगलाल बावरी को गिरफ्तार किया गया है।
क्या है मामला
दिनांक 14.08.2023 को नाथूराम पुत्र मोहनराम जाति बावरी उम्र 50 साल निवासी रसाल थाना कुचामन सिटी ने एक रिपोर्ट पेश कि कि मेरे पिताजी मोहनराम ग्राम रसाल में हरिराम बाबा की बगीची में पिछले करीब 15 वर्षो से रहकर बगीची में हरिराम बाबा महाराज की सेवा का काम करते थे। 14 अगस्त अगस्त की सुबह करीब 07 बजे बगीची के पास गौशाला में काम करने वाले राजुराम बावरी ने हमारे घर पर आकर बताया की बगीची में मन्दिर के अन्दर तुम्हारे पिताजी लहुलुहान हालत में हाथ पैर बंधे हुये मृत अवस्था में पड़े है।
हम बगीची में तुरन्त गये व जाकर देखा तो हमारे पिताजी हाथ पैर बंधे हुये, मुहं आंख सब कपडे से बंधे हुये खून से लथपथ हालत में मरे हुये पड़े थे। थोड़ी देर में गांव के काफी लोग मौके पर इकटठे हो गये पुलिस को सूचना दी, तब पुलिस मौके पर आ गई मेरे पिताजी की मारपीट व गम्भीर रूप से बांधकर हत्या की गई हैं। रिपोर्ट में गांव के ही एक व्यक्ति पर हत्या का शक भी जताया था। जिस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
संदिग्ध लोगों से पूछताछ के बाद मिला हत्या का सुराग
घटना की सुचना मिलने पर थानाधिकारी कुचामन सिटी सुरेश कुमार मय पुलिस जाप्ता के मौके पर पहुंचकर घटना स्थल का बारिकी से निरीक्षण किया गया तो प्रथम दृष्टया यह प्रतित हुआ कि मोहनराम की हत्या कर कमरे का सामान इधर उधर बिखेरा हुआ है। घटना स्थल पर डॉगस्वायर्ड से भी निरीक्षण करवाया तथा एफ. एस. एल. टीम भी मौके पर पहुचकर घटना स्थल से साक्ष्य संकलित किये। तकनीकी सहायता के आधार पर एवं विभिन्न टीमों द्वारा रात-दिन परिश्रम कर लगभन करीब 50-60 लोगों से पुछताछ की गई।
कड़ी से जोड़ी कड़ी
कड़ी से कड़ी जोड़कर मेहनत की जाकर संदिग्ध व्यक्तियों को चिन्हित किया गया तथा प्रथम सुचना रिपोर्ट में नामजद आरोपी दशरथसिंह उर्फ जस्सू सिंह से भी घटना के संबंध में गहन पूछताछ की गई। जिनके पूर्व में आपस में प्रकरण दर्ज है। मृतक के परिवारजनों से भी अनुसंधान किया गया।
संदिग्ध लोगो से पुछताछ गई तो संदिग्ध बजरंगलाल से गहन पुछताछ की गई तो बजरंग लाल पुत्र रामेश्वर लाल जाति बावरी निवासी रसाल ने बताया कि कुछ दिन पहले मोहनराम महाराज के पास में रूपयों का हिसाब किताब हुआ था। मुझे व मेरे साथियों को जानकारी थी कि मोहनराम महाराज को हमारे ही गांव का शंकर लाल बावरी तीन लाख रूपये देकर गया है।
जेवरात भी ले गए चुराकर
उसी समय से मै व मेरा साथी मिलकर महाराज के पास पड़े तीन लाख रूपयों को चुराना चाह रहे थे। इसके लिए हमने योजनाकर अन्य साथियों के साथ मिलकर दिनांक 13.08.2023 को लगभग 10-10.30 पीएम के लगभग हरिराम बाबा की बगीची में पहुंचे तब मोहनराम जो बगीची के बाहर लगे टीनसेड नीचे लगी चारपाई पर सो रहा था।