तो क्या अब नावां विधानसभा में नाराजगी की जिम्मेदारी भी लेंगे गहलोत ?
महेंद्र चौधरी कई सभाओं में कर चुके हैं कुचामन को जिला बनाने की घोषणा, आगामी चुनाव में कांग्रेस को नुकसान तय
Kuchamadi.com एक्सक्ल्युसिव रिपोर्ट
हेमन्त जोशी @ कुचामनसिटी। सरकार ने नए जिलों की अधिसूचना जारी कर दी है। जिसमें डीडवाना को जिला मुख्यालय बनाया गया है। ऐसे में नावां विधानसभा क्षेत्र में जिले का दावा करने वाले महेंद्र चौधरी को मुंह की खानी पड़ी है। जिसका नुकसान भी आगामी चुनाव में कांग्रेस को उठाना पड़ सकता है।
इस डेमेज को कंट्रोल करने के लिए कांग्रेस क्या दाव खेलती है यह तो सरकार ही जाने लेकिन जिले को लेकर कुचामन और नावां में विधायक के प्रति असंतोष जरूर है। भले ही चौधरी ने नावां कुचामन में विकास के नए स्थापित किए हैं, लेकिन आमजन को जिले की उम्मीद थी। अब जिला डीडवाना बना दिया गया है, जिससे क्षेत्र के लोगों में विधायक के प्रति आक्रोश व्याप्त हैं।
दरअसल डीडवाना और कुचामन के बीच पिछले 25 साल से जिले की जंग छिड़ी हुई है। पिछली भाजपा सरकार में भी डीडवाना को जिला बनाने की तैयारी हुई थी जिसका कुचामन में बड़े स्तर पर विरोध हुआ था और आखिरकार सरकार को झुकना पड़ा।
विधायक एवं उपमुख्य सचेतक ने हरमंच से कुचामन को जिला बनाने का दावा करते हुए जनता को आश्वस्त रखा। लेकिन अब जिला मुख्यालय डीडवाना बन गया है। इसका नुकसान आगामी चुनाव में महेंद्र चौधरी के साथ-साथ कांग्रेस को भी उठाना पड़ेगा। भले ही नावां विधानसभा में भाजपा के कई दावेदार है लेकिन जिले की लड़ाई की हार का दर्द क्षेत्र की पूरी जनता को हुआ है।
नावां के अंतिम छोर मिंडा, देवली के लोगों को अब भी लंबी यात्रा के बाद जिला मुख्यालय जाना पड़ेगा। जिले मुख्यालय डीडवाना बनाने की घोषणा के साथ ही लोग कांग्रेसी नेताओं को भी घेरते नजर आए। कांग्रेसियों पर जमकर जुबानी हमले किए गए।
सोशल मीडिया पर भी जमकर महेंद्र चौधरी की मजाक उड़ाई जा रही है। ऐसे माहौल से कांग्रेस को चुनाव पहुंचेगा। जिसकी जिम्मेदारी भी सरकार के मुखिया अशोक गहलोत को उठानी पड़ेगी। कारण भी स्पष्ट है महेंद्र चौधरी जिला बनने तक जनता को कुचामन ही मुख्यालय बनाने का आश्वासन देते रहे हैं।