Friday, November 1, 2024
Homeनावां शहरभीषण गर्मी में खुले आसमां के नीचे नंगे बदन तपस्या कर रहे...

भीषण गर्मी में खुले आसमां के नीचे नंगे बदन तपस्या कर रहे हैं संत नोमीदास

- विज्ञापन -image description

अरुण जोशी. नावांशहर। शहर में गत दो दिनों में प्रचंड गर्मी पड़ रही है। तापमान 40 डिग्री के करीब है। झुलसाने वाली इस भीषण गर्मी में जहां लोगों का जीना मुश्किल हो रहा है। वहीं एक बुजुर्ग संत अपने चारों तरफ आग जलाकर बीच में बैठकर नंगे बदन तपस्या करने में लीन है। जिसे देखकर लोग आश्चर्यचकित हैं। जिस भीषण गर्मी में लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है और घर में भी एसी, कूलर से राहत नहीं मिल रही है। वहीं एक संत आग के बीच में बैठकर नंगे बदन घंटों तक तपस्या कर रहा है।

- विज्ञापन -image description

सैकड़ों वर्षों से चली आ रही भगवान नृसिंह अवतार की लीला करने की परंपरा

- Advertisement -image description

41 दिन तप करेंगे नोमीदास महाराज
शहर के टंकी की ढाणी स्थित काली कमली वाले बाबा की बगीची में संत नोमीदास जी महाराज विगत ग्यारह दिन से तप कर रहे है। संत बगीची में 41 दिन अपना तप करेंगे। 41 दिन पूर्ण होने पर विशाल कलश यात्रा व 21 कुंडीय यज्ञ आयोजित किया जाएगा। जिसमे वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ हवन में आहुतियां दी जाएगा। इसके साथ ही रथ यात्रा निकाली जाकर विशाल भंडारा किया जाएगा।
दूर दराज से करने आ रहे लोग दर्शन करने – काली कमली वाले बाबा की बगीची में हर रोज भक्त दर्शन करने के लिए आ रहे है। पंडित उमाशंकर शर्मा व अशोक सैनी ने बताया की संत नोमीदास महाराज अपने चारों तरफ आग जलाकर घंटों तक इस 40 डिग्री के तापमान में बैठकर अपनी तपस्या करते हैं। जहां भक्त भी दर्शन करने के लिए दूर बैठे रहते हैं और उनकी आरती करते हैं। शहर में एक और जहां भीषण गर्मी पड़ रही है तो वहीं दूसरी ओर एक संत हैं जिनके ऊपर गर्मी बेअसर है। ये संत भीषण गर्मी में अपने चारों ओर आग जलाकर तपस्या करते देखे गए।
तपस्या देख हैरान हुए लोग
नावां में प्रचण्ड गर्मी पड़ रही है। लोग मजबूरी में ही घरों से बाहर निकल रहे हैं। गर्मी ने लोगों को घरों में कैद होने के लिये मजबूर कर दिया है। जो लोग मजबूरी में घर से बाहर निकलते हैं उन्हें भी ठण्डे पेय पदार्थ का सहारा लेना पड़ता है। दोपहर में बाजार में सन्नाटा पसरा रहता है। ऐसी गर्मी में जो भी इस संत को आग के बीच में बैठकर तपस्या करते हुए देखता है वह दांतों तले उंगली दबा लेता है। इतनी प्रचंड गर्मी और 42 डिग्री तापमान के बीच आखिर कोई व्यक्ति नंगे बदन आग के बीच घंटों तक आखिर कैसे बैठ सकता है।
संत नोमीदास ने क्या कहा
अग्नि के बीच बैठकर तपस्या करने वाले संत नोमीदास महाराज ने बताया की देश व विश्व में अमन व शांति के लिए वह तप कर रहे है। यदि इंसान रोजाना अपना पसीना बहाएगा तो उसे कोई भी बीमारी नहीं लगेगी। अपने चारों तरफ आग जलाकर उसके बीच बैठने से शरीर का पसीना बाहर निकल जाता है। जिससे शरीर स्वस्थ्य और निरोगी रहता है। यह तप करने के लिए जहां इंसान को एकाग्रचित होकर यह सब करना पड़ता है। मेरी यह तपस्या देश की सुख समृद्धि और शांति के लिए है।

संत मनलहरी की वार्षिक तिथि पर शास्त्रीय संगीत सभा का हुआ आयोजन

- Advertisement -
image description
IT DEALS HUB
image description
RELATED ARTICLES

1 COMMENT

Comments are closed.

- Advertisment -image description

Most Popular

Recent Comments

error: Content is protected !!