विमल पारीक. कुचामनसिटी। लगातार 2 साल से किसानों को प्याज का भाव नहीं मिल रहा है। जिसको लेकर किसानो ने केंद्र की सरकार से एमएसपी रेट पर प्याज खरीदने की मांग की है। प्याज के भाव नहीं मिलने से प्याज की खेती करने वाले किसानों को हो रहा है। आर्थिक नुकसान प्याज की खेती करने वाले किसानों की कमाई की बात तो छोड़ो लागत भी नहीं निकल पा रही है। गोपालपुरा गांव के किसान परसाराम जाट का कहना है कि प्याज की खेती करने वाले किसान बड़े संकट का सामना कर रहे हैं। एक तरफ किसानों को मौसम साथ नहीं दे रहा है, वही प्याज की कम कीमतों के चलते पिछले 2 साल से राहत नहीं मिल रही है। प्याज की कीमतों को लेकर किसान परेशान है। प्याज की कीमतों में लगातार गिरावट से किसानों को काफी आर्थिक नुकसान हो रहा है। किसान इस समय प्याज को खोदकर बाजार में बेच रहे हैं। लेकिन लागत से कम कीमत पर बेचने को मजबूर है। किसानों का यह भी कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी जी मन की बात तो करते हैं। किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था जिसको लेकर आमजन सहित किसानों की बात नहीं सुन रहे हैं। प्रधानमंत्री किसानों के मन की बात नहीं सुनते है। केंद्र की सरकार से किसान चाहते हैं कि प्याज की एमएसपी रेट लागू की जाए।
गारंटी कानून बनने के बाद ही किसानों को होगा फायदा–
किसानो का कहना है कि मंडियों में किसानों को प्याज का दाम वाजिब दाम नहीं मिल पाता है। यदि न्यूनतम समर्थन मूल्य पर प्याज की खरीद होती है तो आज किसान लखपति होते। एमएसपी नहीं मिलने के कारण किसानों को नुकसान हो रहा है। प्याज पर जब तक न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिलेगा तब तक किसान परेशान ही रहेगा। प्याज की कीमत बहुत कम है, इस कारण किसान निराश है। किसानों को फायदा तब होगा जब एमएसपी गारंटी कानून बन जाएगा। तब सस्ते में कोई व्यापारी नहीं खरीद सकेगा। इसी बात को लेकर किसान केंद्र की सरकार से मांग कर रहे हैं कि किसानों के हित को देखते हुए एमएसपी गारंटी कानून बनाकर किसानों को राहत पहुंचाए।