Monday, November 25, 2024
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भीषण गर्मी में खुले आसमां के नीचे नंगे बदन तपस्या कर रहे हैं संत नोमीदास

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अरुण जोशी. नावांशहर। शहर में गत दो दिनों में प्रचंड गर्मी पड़ रही है। तापमान 40 डिग्री के करीब है। झुलसाने वाली इस भीषण गर्मी में जहां लोगों का जीना मुश्किल हो रहा है। वहीं एक बुजुर्ग संत अपने चारों तरफ आग जलाकर बीच में बैठकर नंगे बदन तपस्या करने में लीन है। जिसे देखकर लोग आश्चर्यचकित हैं। जिस भीषण गर्मी में लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है और घर में भी एसी, कूलर से राहत नहीं मिल रही है। वहीं एक संत आग के बीच में बैठकर नंगे बदन घंटों तक तपस्या कर रहा है।

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41 दिन तप करेंगे नोमीदास महाराज
शहर के टंकी की ढाणी स्थित काली कमली वाले बाबा की बगीची में संत नोमीदास जी महाराज विगत ग्यारह दिन से तप कर रहे है। संत बगीची में 41 दिन अपना तप करेंगे। 41 दिन पूर्ण होने पर विशाल कलश यात्रा व 21 कुंडीय यज्ञ आयोजित किया जाएगा। जिसमे वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ हवन में आहुतियां दी जाएगा। इसके साथ ही रथ यात्रा निकाली जाकर विशाल भंडारा किया जाएगा।
दूर दराज से करने आ रहे लोग दर्शन करने – काली कमली वाले बाबा की बगीची में हर रोज भक्त दर्शन करने के लिए आ रहे है। पंडित उमाशंकर शर्मा व अशोक सैनी ने बताया की संत नोमीदास महाराज अपने चारों तरफ आग जलाकर घंटों तक इस 40 डिग्री के तापमान में बैठकर अपनी तपस्या करते हैं। जहां भक्त भी दर्शन करने के लिए दूर बैठे रहते हैं और उनकी आरती करते हैं। शहर में एक और जहां भीषण गर्मी पड़ रही है तो वहीं दूसरी ओर एक संत हैं जिनके ऊपर गर्मी बेअसर है। ये संत भीषण गर्मी में अपने चारों ओर आग जलाकर तपस्या करते देखे गए।
तपस्या देख हैरान हुए लोग
नावां में प्रचण्ड गर्मी पड़ रही है। लोग मजबूरी में ही घरों से बाहर निकल रहे हैं। गर्मी ने लोगों को घरों में कैद होने के लिये मजबूर कर दिया है। जो लोग मजबूरी में घर से बाहर निकलते हैं उन्हें भी ठण्डे पेय पदार्थ का सहारा लेना पड़ता है। दोपहर में बाजार में सन्नाटा पसरा रहता है। ऐसी गर्मी में जो भी इस संत को आग के बीच में बैठकर तपस्या करते हुए देखता है वह दांतों तले उंगली दबा लेता है। इतनी प्रचंड गर्मी और 42 डिग्री तापमान के बीच आखिर कोई व्यक्ति नंगे बदन आग के बीच घंटों तक आखिर कैसे बैठ सकता है।
संत नोमीदास ने क्या कहा
अग्नि के बीच बैठकर तपस्या करने वाले संत नोमीदास महाराज ने बताया की देश व विश्व में अमन व शांति के लिए वह तप कर रहे है। यदि इंसान रोजाना अपना पसीना बहाएगा तो उसे कोई भी बीमारी नहीं लगेगी। अपने चारों तरफ आग जलाकर उसके बीच बैठने से शरीर का पसीना बाहर निकल जाता है। जिससे शरीर स्वस्थ्य और निरोगी रहता है। यह तप करने के लिए जहां इंसान को एकाग्रचित होकर यह सब करना पड़ता है। मेरी यह तपस्या देश की सुख समृद्धि और शांति के लिए है।

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