डिफेंस कोचिंग के बाद अब नीट में नई संभावना तलाश रहा कुचामन
एक्सक्ल्युसिव
हेमंत जोशी. कुचामनसिटी. तीनों सेनाओं की भर्तियों में अपना दबदबा रखने वाला कुचामन अब मेडिकल शिक्षा के क्षेत्र में भी कदम बढ़ा रहा है। जल्द ही कुचामन के शिक्षण संस्थान अब चिकित्सक भी तैयार करेगा। इसमें अपना कॅरियर चुनने वाले विद्यार्थी भी अब कुचामन में शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे। ऐसे में अब जिले के विद्यार्थियों को सीकर और कोटा जाने की जरूरत नहीं होगी। नए शिक्षण सत्र से अब कुचामन शिक्षा के क्षेत्र में नए के आयाम स्थापित करेगा।
डिफेंस कोचिंग के लिए देशभर में अपनी पहचान बना चुका कुचामन अब मेडिकल की शिक्षा में कदम रखने को तैयार है। यहां पढ़ाई के साथ बेहतर कॅरियर प्लानिंग होती है। जिससे अब जिले में चिकित्सा के क्षेत्र में कदम रखने वाले विद्यार्थी कुचामन में ही नीट की तैयारी कर सकेंगे। दरअसल छात्र छात्राओं को कोटा और सीकर भेजने से अब परिजन कतराने लगे हैं। कई परिवार बच्चों को पढ़ाने के लिए ही वहां अस्थाई निवास करते हैं। वहां की भौतिक चकाचौंध की दुनिया मे विद्यार्थी गुमराह भी होते हैं। जबकि कुचामन में शांत माहौल है और यहां शिक्षा की दृष्टि से भी उपयुक्त माहौल है। यहां हर राज्य से स्टूडेंट आकर डिफेंस में जाने तैयारी करते हैं। इसे देखते हुए ही यहां पर अब नीट।परीक्षा की तैयारी भी शुरू करवाई जा रही है।
नीट की तैयारी के लिए 2 नए इंस्टीयूट खुलेंगे-
12वीं में जीव विज्ञान से पढ़ाई करने वाले छात्र छात्राएं नीट की तैयारी कर सकते हैं। इसके अलावा 10वीं से ही नीट का फाउंडेशन कोर्स भी करवाया जाएगा। जिससे विद्यार्थी 11वीं कक्षा में भी नीट की प्री तैयारी कर सकेगा। गौरतलब है कि कुचामन में अब तक नीट की तैयारी नहीं हो रही थी, जिससे मजबूरन विद्यार्थियों को सीकर या कोटा जाना पड़ रहा था।
इनका कहना-
टेगौर शिक्षण समूह ने जब कुचामन से शुरुआत की तब यहां शिक्षा का अच्छा माहौल तैयार हुआ। अब यहां मेडिकल शिक्षा के लिए कोचिंग शुरू कर रहे हैं। जिससे अब कुचामन इस क्षेत्र में भी आगे बढ़ सकेगा।
पूरणसिंह रणवां
अध्यक्ष, टेगौर शिक्षण समूह
डिफेंस नगरी के रूप में उभरकर सामने आया कुचामन अब मेडिकल के क्षेत्र में भी जाना जाएगा। यहां शिक्षा का उपयुक्त माहौल है। मेडिकल शिक्षा से अब गांव ढाणी के बच्चों को चिकित्सक बनने का अवसर मिलेगा।
सुल्तानसिंह कल्याणपुरा
अध्यक्ष, निजी डिफेंस/कोचिंग एसोसिएशन
कुचामन में मेडिकल शिक्षा से शहर में नए आयाम स्थापित होंगे। पहले भी उच्च शिक्षा और डिफेंस कोचिंग में कुचामन का दबदबा रहा है। अब मेडिकल के विद्यार्थियों को इसका फायदा मिलेगा।
गोविंदराम शेषमा
अध्यक्ष, निजी शिक्षण संस्थान