कुचामन सिटी में पुराने रोडवेज बस स्टैंड की यह तस्वीर, कुचामन के विकास की सच्चाई को बयां कर रही है। कई करोड़ रुपए का बजट मिलने के बावजूद आज भी आम लोगों को मूलभूत सुविधाओं के लिए परेशान होना पड़ रहा है। इसका मुख्य कारण संबंधित जिम्मेदारों की लापरवाही है।

आज की इस तस्वीर में सड़क की खराब हालत साफ देखी जा सकती है। जगह-जगह पानी जमा है, जिससे राहगीरों और वाहन चालकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। लेकिन अभी तक न तो प्रशासन के अधिकारियों की और न ही नगर परिषद की इस ओर नजर पड़ी है।


डीडवाना-कुचामन के पूर्व कलक्टर के आदेश पर पुराने बस स्टैंड से बसों का संचालन फिर से शुरू किया गया था, लेकिन यह फैसला स्थानीय हालात का जायजा लिए बिना लिया गया। अब जिले के कलक्टर महेंद्र खड़गावत से आमजन की मांग है कि इस क्षेत्र की बदहाल तस्वीर को बदला जाए, जहां जर्जर सड़कें, जमा पानी और बिगड़ी ट्रैफिक व्यवस्था लोगों की परेशानी को और बढ़ा रही है।
बरसात के मौसम में दुर्घटना की आशंका और भी बढ़ जाती है। यह मार्ग अत्यंत व्यस्त है- रोजाना सैकड़ों वाहन इसी रास्ते से गुजरते हैं।

पास में राजकीय अस्पताल, सार्वजनिक पार्क, निजी चिकित्सालय, कई स्कूल और कोचिंग सेंटर स्थित हैं। साथ ही आस-पास के गांवों से भी लोग इसी मार्ग से शहर में आते हैं। लेकिन इस सड़क की खस्ता हालत के चलते उन्हें केवल परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं।