कुचामन सिटी के पास स्थित ग्राम पंचायत दीपपुरा में कच्चे और उबड़-खाबड़ रास्तों के कारण ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

यह कच्चा रास्ता मुख्य सड़क (सीकर रोड) पर स्थित रतनाराम खोखर की ढाणी स्कूल के पास से होकर दर्जनों ढाणियों को जोड़ता है। इस मार्ग से रोजाना सैकड़ों ग्रामीणों का आवागमन होता है, लेकिन कच्चे रास्ते के चलते उन्हें रोज ही कठिनाइयों से गुजरना पड़ता है।


पूर्व वार्ड पंच परसाराम बुगालिया ने बताया कि बरसात के दिनों में यह मार्ग पानी भरने से और भी ज्यादा बदहाल हो जाता है, जिससे राहगीरों की मुश्किलें बढ़ जाती हैं। बीमार व्यक्ति को अस्पताल ले जाना भी मुश्किल हो जाता है। विशेष रूप से गर्भवती महिलाओं को इस मार्ग से गुजरते वक्त काफी परेशानी होती है। ऊबड़-खाबड़ रास्ता होने के कारण खतरा हमेशा बना रहता है।
ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने इस समस्या को लेकर कई बार अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं हुआ। राजनेता केवल विकास की बातें करते हैं, लेकिन गांव की तरफ किसी का ध्यान नहीं है।
परसाराम बुगालिया का कहना है कि कच्चे रास्ते के कारण किसानों को भी कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। न केवल उनका समय और पैसा बर्बाद होता है, बल्कि वे अपनी फसल बाजार तक नहीं पहुंचा पाते, जिससे उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ता है। यह मार्ग कृषि कार्यों को भी प्रभावित करता है और फसल की देखभाल करने में परेशानी होती है।

पंचायत की ओर से अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है, जबकि ग्रामीण लंबे समय से पक्की सड़क की मांग कर रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि यह मार्ग पक्का हो जाए, तो क्षेत्र का समुचित विकास संभव होगा।
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