कुचामन सिटी. 9 जुलाई को घोषित देशव्यापी आम हड़ताल का असर शहर में भी व्यापक रूप से देखने को मिला। सैकड़ों की संख्या में मजदूर, टेम्पो यूनियन और किसान संगठनों के सदस्य अतिरिक्त जिला कलक्टर कार्यालय के बाहर एकत्र होकर सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति के नाम 60 से अधिक मांगों वाला ज्ञापन भी सौंपा।


इस दौरान अखिल भारतीय किसान सभा और मजदूर संगठनों के नेताओं ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए।
किसान सभा के वरिष्ठ नेता कामरेड अब्बास खान ने कहा कि देश आज गंभीर संकटों से घिरा है। किसानों को उनकी फसल का वाजिब दाम नहीं मिल रहा, बेरोजगारी चरम पर है, महंगाई से आमजन त्रस्त है, और शिक्षा-स्वास्थ्य आमजन की पहुंच से दूर होते जा रहे हैं।

अब्बास खान ने स्मार्ट मीटरों पर भी सवाल खड़े करते हुए कहा कि अजमेर विद्युत वितरण निगम पिछले 15 वर्षों में तीसरी बार मीटर बदल रहा है। पहले मीटरों की गुणवत्ता को लेकर अधिकारियों ने खुद आश्वासन दिया था, तो फिर अब इन्हें क्यों बदला जा रहा है? यदि पुराने मीटर खराब थे तो उपभोक्ताओं को मुआवज़ा क्यों नहीं दिया गया?
सभा के तहसील अध्यक्ष रेखाराम बडकेशिया ने श्रम संहिताओं को मजदूर विरोधी करार देते हुए कहा कि सरकार देश को “आधुनिक गुलामी” की ओर ले जा रही है। वहीं जिला सचिव मोतीलाल शर्मा ने कहा कि “सबका साथ, सबका विकास” अब “कुछ का विकास, अधिकांश का विनाश” बन चुका है।
तहसील सचिव हरदेवा राम अणदा ने बताया कि अखिल भारतीय किसान सभा ने स्थानीय मुद्दों के साथ-साथ राष्ट्रीय समस्याओं को जोड़ते हुए 60+ मांगें सरकार के समक्ष रखी हैं, जिनमें प्रमुख हैं:
- स्मार्ट मीटर लगाने का अभियान तत्काल बंद किया जाए
- मजदूर विरोधी चारों श्रम संहिताएं वापस ली जाएं
- सभी विभागों में खाली पदों पर नियमित भर्ती की जाए
- मनरेगा में 200 दिन का रोजगार व ₹600 मजदूरी सुनिश्चित की जाए
- किसानों का कर्ज माफ किया जाए, एमएसपी कानून बने
- बिजली का निजीकरण व सार्वजनिक सेवाओं का व्यापार बंद हो
- पुरानी पेंशन योजना लागू की जाए
- सभी को मुफ्त शिक्षा व स्वास्थ्य मिले
- न्यायपालिका की स्वतंत्रता सुनिश्चित हो और सस्ती-सुलभ न्याय प्रणाली लागू की जाए
- वकीलों को सुरक्षा कानून, चेंबर, पेंशन व चिकित्सा बीमा मिले
- मीडिया की स्वतंत्रता बहाल की जाए
कार्यक्रम में कामरेड नारायण राम दहिया, काना राम बिजरणिया, हेमाराम आर्य, धरमाराम, भगवाना राम कडवा, संतोष रायल, भंवरलाल बुरडक, अक्षय मोहनपुरीया, रमेश सिंह, अर्जुन राम भिंचर, कमल कुमार सहित अनेक कार्यकर्ता मौजूद रहे।