Good Samaritan: सड़क दुर्घटनाओं में घायल व्यक्तियों को समय पर सहायता कर अस्पताल पहुंचाने वाले ‘गुड सेमेरिटन’ नागरिकों को अब सरकार प्रोत्साहन देगी।

इसके लिए मुख्यमंत्री आयुष्मान जीवन रक्षा योजना लागू की जा रही है, जिसका संचालन चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा किया जाएगा। योजना का उद्देश्य दुर्घटना में घायल व्यक्ति को गोल्डन ऑवर के भीतर इलाज दिलवाकर उसकी जान बचाना है।


सरकार की इस पहल का मकसद है कि लोग बिना किसी भय और संकोच के मानवता के नाते घायलों की मदद करें। इस योजना के तहत जो भी व्यक्ति निस्वार्थ भाव से घायल को अस्पताल पहुंचाता है, उसे ₹10,000 की प्रोत्साहन राशि और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा।
गुड सेमेरिटन कौन होता है?
गुड सेमेरिटन वह सजग नागरिक होता है, जो निस्वार्थ भाव से, बिना किसी निजी लाभ की इच्छा के, सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति की सहायता करता है – जैसे उसे अस्पताल पहुंचाना, प्राथमिक उपचार देना या पुलिस व आपातकालीन सेवाओं को सूचना देना।
“सड़क पर घायल व्यक्ति की सहायता करना सिर्फ एक मानवीय जिम्मेदारी नहीं, अब एक सराहनीय कार्य भी है।
मुख्यमंत्री आयुष्मान जीवन रक्षा योजना समाज में मदद और संवेदना की भावना को बढ़ावा देती है। दुर्घटना के बाद ‘गोल्डन ऑवर’ के दौरान त्वरित चिकित्सा सहायता से जीवन बचाया जा सकता है। नागरिकों से अपील है कि वे बिना डर और हिचक के आगे आएं और ज़रूरतमंद की मदद करें।”
