परबतसर विधानसभा क्षेत्र में एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के मामले में मृतक के परिजनों ने हत्या की आशंका जताते हुए कार्रवाई की मांग की है। परिजन और समाज के लोग कल से अस्पताल के बाहर धरने पर बैठकर न्याय की मांग कर रहे हैं।

मृतक के पिता ने हत्या का मामला दर्ज कराने के लिए पीलवा थानाधिकारी को रिपोर्ट सौंपी है।


रिपोर्ट में चैनाराम पुत्र छोटूराम मेघवाल निवासी सिटावट, तहसील परबतसर, जिला डीडवाना-कुचामन ने बताया है कि वह हैदराबाद में काम करते हैं और उनका परिवार सिटावट गांव में रहता है।
उन्होंने बताया कि पड़ोस में रहने वाले एक परिवार का खेत है, जिससे उनका बेटा रिछपाल दो टूटे हुए कातले (पत्थर की शिलाएं) घर लेकर आ गया। इसके बाद 24 जुलाई को उक्त खेत के मालिक कैलाशनाथ पुत्र गोपीनाथ, शिवजीनाथ पुत्र हरिनाथ, महावीर पुत्र उगमनाथ, सोहननाथ पुत्र उगमनाथ, अनिलनाथ पुत्र कैलाशनाथ और मनीषनाथ पुत्र राजेन्द्रनाथ शाम 5:30 बजे उनके घर पहुंचे।

इन सभी ने घर आकर चैनाराम के परिवार से गाली-गलौच शुरू कर दी। जब रिछपाल ने उनके व्यवहार का वीडियो बनाना शुरू किया, तो उसका मोबाइल छीन लिया और जान से मारने की धमकी दी।
चैनाराम ने रिपोर्ट में बताया कि यह जानकारी उन्हें खुद रिछपाल ने फोन पर दी थी। इसके बाद रिछपाल रात 8 बजे अपने चाचा को बाइक देने गांव वस्ती की ओर निकला, लेकिन देर रात तक वापस नहीं लौटा। इस पर परिजनों ने उसे फोन किया, लेकिन उसका मोबाइल बंद आया। छोटे बेटे मनीष को तलाश के लिए भेजा गया, लेकिन कोई सूचना नहीं मिली।
गांव में जानकारी करने पर कुछ ग्रामीणों ने खोजबीन में मदद की। जब कुछ लोग खेत की ओर गए तो खेजड़ी के पेड़ से रिछपाल का शव लटका मिला।
पिता को आशंका है कि उनके बेटे की हत्या की गई है। जब वे परबतसर गांव पहुंचे, तो उन्होंने शव पर सिर, जांघ और घुटनों पर चोट के निशान देखे। उन्होंने पीलवा पुलिस से मामले की जांच कर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
इधर परिजन अब भी बाजवास स्थित अस्पताल के बाहर धरने पर बैठे हैं।
इस मामले में नागौर के सांसद ने भी ट्वीट कर बताया है कि उन्होंने उच्च अधिकारियों से बात की है और निष्पक्ष जांच कर उचित कार्रवाई करवाने को कहा है।
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